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नेपाल में जनजीवन ठप, ओली सरकार का पतन और भारतीय नागरिकों की निकासी

नेपाल में हाल ही में हुए हिंसक प्रदर्शनों के कारण प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली की सरकार को सत्ता से बेदखल होना पड़ा है। इस स्थिति के चलते काठमांडू के हवाई अड्डे पर 400 से अधिक भारतीय नागरिक फंस गए हैं, जिन्हें सुरक्षित निकालने के लिए नई दिल्ली विशेष विमान भेजने की योजना बना रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस हिंसा पर दुख व्यक्त किया है और शांति की अपील की है। जानें इस घटनाक्रम के सभी पहलुओं के बारे में।
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नेपाल में जनजीवन ठप, ओली सरकार का पतन और भारतीय नागरिकों की निकासी

नेपाल में हिंसक प्रदर्शन

नेपाल में जनजीवन ठप: नेपाल में दो दिनों तक चले हिंसक प्रदर्शनों के कारण सामान्य जीवन प्रभावित हो गया है, जिसके परिणामस्वरूप प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली की सरकार को सत्ता से हटना पड़ा है। इस स्थिति के चलते काठमांडू के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 400 से अधिक भारतीय नागरिक फंस गए हैं, जिन्हें सुरक्षित निकालने के लिए नई दिल्ली विशेष विमान भेजने की योजना बना रही है।


मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, मंगलवार (9 सितंबर) की रात ओली के इस्तीफे के बाद काठमांडू का हवाई अड्डा बंद हो गया है, जिससे सैकड़ों यात्री, जिनमें भारतीय भी शामिल हैं, वहां फंसे हुए हैं। भारतीय दूतावास नेपाली सेना के साथ मिलकर विमानों की लैंडिंग और नागरिकों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने में जुटा है। नई दिल्ली से दो भारतीय वायु सेना के विमानों को भेजने पर विचार चल रहा है।


हिंसा का दौर

हिंसा और अशांति का दौर:


नेपाल में भड़की हिंसा में कम से कम 22 लोगों की जान चली गई। प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को संसद, राष्ट्रपति कार्यालय, प्रधानमंत्री आवास, राजनीतिक दलों के कार्यालयों और वरिष्ठ नेताओं के घरों में आग लगा दी। सैकड़ों आंदोलनकारियों ने भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर अल्पकालिक प्रतिबंध के खिलाफ ओली के कार्यालय पर धावा बोला, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दिया।


सेना ने संभाली कमान

ओली के इस्तीफे के बाद सेना ने संभाली कमान:


केपी शर्मा ओली ने पद छोड़ने के तुरंत बाद सेना ने देशव्यापी सुरक्षा अभियानों की जिम्मेदारी अपने हाथ में ले ली। शांति बहाल करने के लिए काठमांडू, ललितपुर और भक्तपुर में सेना तैनात की गई है। हालांकि, हवाई अड्डे के बंद होने के कारण यात्री फंस गए हैं, जिनमें सैकड़ों भारतीय नागरिक भी शामिल हैं जो अब निकासी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।


भारत की चिंता और शांति की अपील

भारत की चिंता और शांति की अपील:


इस बीच, भारत सरकार ने मंगलवार को अपने नागरिकों के लिए यात्रा एडवाइजरी जारी की, जिसमें स्थिति सामान्य होने तक नेपाल की यात्रा से बचने की सलाह दी गई। साथ ही, आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।


PM मोदी का बयान

PM मोदी ने नेपाल में भड़की हिंसा पर जताया दुख:


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंसा पर दुख व्यक्त किया और इसे "हृदयविदारक" बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "नेपाल में हिंसा हृदयविदारक है। मुझे दुख है कि कई युवाओं ने अपनी जान गंवाई। नेपाल की स्थिरता, शांति और समृद्धि हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। मैं नेपाल के सभी भाइयों और बहनों से शांति का समर्थन करने की विनम्र अपील करता हूं।"