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नेपाल में जनरेशन-ज़ी का उभार: बलेंद्र शाह की संभावित प्रधानमंत्री बनने की यात्रा

नेपाल की राजनीति में हालिया बदलावों के बीच, मेयर बलेंद्र शाह उभरते हुए नेता के रूप में सामने आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ चल रहे जन-आंदोलन में युवा पीढ़ी की महत्वपूर्ण भूमिका है। बलेंद्र शाह ने युवाओं के समर्थन में अपनी आवाज उठाई है और राजनीतिक दलों को चेतावनी दी है कि वे इस आंदोलन का दुरुपयोग न करें। जानें बलेंद्र शाह की कहानी और उनकी संभावित प्रधानमंत्री बनने की यात्रा के बारे में।
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नेपाल में जनरेशन-ज़ी का उभार: बलेंद्र शाह की संभावित प्रधानमंत्री बनने की यात्रा

नेपाल की राजनीति में बदलाव का दौर

नेपाल की राजनीतिक स्थिति वर्तमान में महत्वपूर्ण बदलाव के कगार पर है। सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ शुरू हुए विरोध अब एक व्यापक जन-आंदोलन में तब्दील हो चुके हैं, जिसमें युवा पीढ़ी, विशेषकर जनरेशन-ज़ी, सबसे आगे है। इस बीच, काठमांडू के मेयर बलेंद्र शाह, जिन्हें बालेन के नाम से जाना जाता है, अब संभावित प्रधानमंत्री के रूप में उभर रहे हैं।


विरोध प्रदर्शनों का प्रभाव

पिछले एक सप्ताह में हुए प्रदर्शनों में 19 लोगों की जान गई और सैकड़ों लोग घायल हुए, जिनमें से अधिकांश युवा थे, जो कॉलेज और स्कूल की यूनिफॉर्म में शामिल हुए थे। इस स्थिति में, मेयर बलेंद्र शाह ने फेसबुक पर एक पोस्ट के माध्यम से आंदोलन का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि आयोजकों ने 28 साल से ऊपर के लोगों को शामिल नहीं होने दिया, इसलिए वह वहां उपस्थित नहीं हो सके, लेकिन उनका समर्थन पूरी तरह से युवाओं के साथ है।


युवाओं की आवाज़ का महत्व

'युवाओं की आवाज़ सुनी जानी चाहिए'


बालेन ने अपने संदेश में कहा कि यह आंदोलन पूरी तरह से जनरेशन-ज़ी का है और वह खुद को शायद 'बुज़ुर्ग' मानते हैं। उन्होंने राजनीतिक दलों और नेताओं को चेतावनी दी कि इस जन-आंदोलन का दुरुपयोग न करें। बालेन ने स्पष्ट किया कि वह युवाओं की सोच और आकांक्षाओं को समझना चाहते हैं और उनके साथ खड़े हैं।


जनता की उम्मीदें और बलेंद्र शाह का समर्थन

जनता की बढ़ती उम्मीदें


सोशल मीडिया पर बालेन के लिए एक मजबूत समर्थन अभियान चल रहा है। एक उपयोगकर्ता ने लिखा, 'नेपाल के पास बालेन जैसा संभावित प्रधानमंत्री है, जो बिना स्वार्थ के देश के लिए काम करेगा।' वहीं, किसी और ने कहा, '19 जानें गई हैं, यह कीमत बहुत बड़ी है। अब इस आंदोलन को एक दिशा चाहिए और वह नेता बालेन ही हो सकते हैं।' इस प्रकार, लोगों का विश्वास उनके नेतृत्व में बढ़ता जा रहा है।


बलेंद्र शाह का परिचय

कौन हैं बलेंद्र शाह?


1990 में जन्मे बलेंद्र शाह ने नेपाल में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और बाद में भारत के विश्वेश्वरैया तकनीकी विश्वविद्यालय से स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में मास्टर्स किया। पढ़ाई के साथ-साथ, वह नेपाल की अंडरग्राउंड हिप-हॉप संस्कृति में सक्रिय रहे और भ्रष्टाचार व असमानता जैसे मुद्दों पर गाने लिखे। 2022 में, उन्होंने काठमांडू मेयर का चुनाव स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लड़ा और 61,000 से अधिक वोटों से जीत हासिल की। वह अपनी पत्नी सबीना काफ्ले के साथ रहते हैं और सोशल मीडिया पर जनता से संवाद बनाए रखते हैं।