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नेपाल में जनरेशन जेडर्स का आंदोलन: क्या है इस राजनीतिक संकट की कहानी?

नेपाल में जनरेशन जेडर्स के नेतृत्व में चल रहे विरोध प्रदर्शनों ने एक गंभीर राजनीतिक संकट उत्पन्न कर दिया है। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया है, जबकि छात्र संगठनों ने सार्वजनिक संपत्तियों की सुरक्षा का मोर्चा संभाला है। भारत ने अपने नागरिकों को नेपाल की यात्रा से बचने की सलाह दी है। जानें इस आंदोलन की पूरी कहानी और इसके पीछे के कारण।
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नेपाल में जनरेशन जेडर्स का आंदोलन: क्या है इस राजनीतिक संकट की कहानी?

नेपाल में विरोध प्रदर्शनों का उभार

नेपाल में विरोध: नेपाल में चल रहे प्रदर्शनों ने एक गंभीर राजनीतिक संकट उत्पन्न कर दिया है। जनरेशन जेडर्स के नेतृत्व में हो रहे ये आंदोलन सरकार को संकट में डाल रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने संयम बनाए रखने और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान न पहुंचाने की अपील की है।


युवाओं की अपील

जनरेशन जेडर्स की अपील

युवाओं ने स्पष्ट किया है कि देश की जिम्मेदारी अब उनकी है। उन्होंने धैर्य और संयम से आगे बढ़ने की आवश्यकता पर जोर दिया है। पत्र में यह भी कहा गया है कि मौजूदा संकट का समाधान केवल एक सर्वमान्य नागरिक सरकार और नए चुनावों के माध्यम से ही संभव है। उनका मानना है कि यही कदम नेपाल के सुरक्षित भविष्य की नींव रखेगा।


प्रधानमंत्री का इस्तीफा

ओली का इस्तीफा 

प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसे राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने स्वीकार कर लिया। ओली ने अपने त्यागपत्र में कहा कि वह राजनीतिक समाधान की दिशा में कदम बढ़ाने और स्थिति को शांत करने के लिए पद छोड़ रहे हैं। यह कदम सोशल मीडिया पर लगे प्रतिबंध के खिलाफ उग्र विरोध प्रदर्शनों के बीच उठाया गया।


छात्रों की भूमिका

सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा में छात्र

जहां कुछ समूह प्रदर्शन के दौरान हिंसा की ओर बढ़ रहे थे, वहीं छात्र संगठनों ने सुरक्षा का मोर्चा संभाला। उन्होंने सरकारी इमारतों और सार्वजनिक ढांचों की रक्षा की ताकि भीड़ संपत्ति को नुकसान न पहुंचा सके। यह स्पष्ट है कि विरोध केवल बदलाव की मांग के लिए है, न कि अराजकता फैलाने के लिए।


भारत की यात्रा चेतावनी

भारत ने जारी की यात्रा चेतावनी

नेपाल में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने नागरिकों को नेपाल की यात्रा से बचने की सलाह दी है। मंत्रालय ने कहा है कि जो भारतीय नागरिक नेपाल में हैं, उन्हें घर के अंदर रहना चाहिए और सड़कों से दूर रहना चाहिए। भारतीय दूतावास ने आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।


हिंसा में बढ़ती मौतों की संख्या

हिंसा में बढ़ा मौत का आंकड़ा

काठमांडू के कालीमाटी क्षेत्र में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के दौरान सुरक्षा बलों ने गोलीबारी की, जिसमें दो युवाओं की जान चली गई। अब तक नेपाल में विरोध प्रदर्शनों में मारे गए लोगों की संख्या 22 हो गई है। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस घेरे में आग लगा दी थी, जिसके बाद हालात नियंत्रण से बाहर हो गए।


हवाई सेवाओं पर असर

हवाई सेवाएं भी प्रभावित

नेपाल में चल रहे विरोध प्रदर्शनों का असर हवाई सेवाओं पर भी पड़ा है। एयर इंडिया ने दिल्ली से काठमांडू की सभी उड़ानें रद्द कर दी हैं, जबकि इंडिगो ने अपनी सभी उड़ानें अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं। एयरलाइंस का कहना है कि वे स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और परिस्थितियां सामान्य होते ही सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी।