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नेपाल में भारतीय पत्रकारों पर हमले की घटनाएं बढ़ीं

नेपाल में भारतीय पत्रकारों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में काठमांडू में दो पत्रकारों पर हमले हुए हैं, जिसमें एक महिला पत्रकार के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि भारतीय मीडिया उनके आंदोलन को गलत तरीके से पेश कर रहा है। जानें इस स्थिति के पीछे का कारण और काठमांडू में वर्तमान हालात क्या हैं।
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नेपाल में भारतीय पत्रकारों पर हमले की घटनाएं बढ़ीं

काठमांडू में पत्रकारों के साथ हिंसा

काठमांडू। नेपाल में कार्यरत भारतीय पत्रकारों के खिलाफ हिंसा की कई घटनाएं सामने आई हैं। शुक्रवार को दो भारतीय पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार किया गया। एक प्रदर्शनकारी ने 'रिपब्लिक न्यूज' चैनल के पत्रकार राघवेंद्र पांडेय को रिपोर्टिंग के दौरान थप्पड़ मारा। इसके अलावा, न्यूज एजेंसी के कैमरा पर्सन मान पंकज के साथ भी बदसलूकी की गई। इससे पहले भी इस आंदोलन के दौरान भारतीय पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं सामने आई हैं।


महिला पत्रकार के साथ बदसलूकी

गुरुवार को एक महिला पत्रकार के साथ भी सार्वजनिक रूप से दुर्व्यवहार किया गया। उन्हें रिपोर्टिंग करने से रोका गया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि भारतीय मीडिया उनके आंदोलन को गलत तरीके से प्रस्तुत कर रहा है। उल्लेखनीय है कि नेपाल के युवा प्रदर्शनकारियों ने आठ सितंबर को सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था और नौ सितंबर को हिंसक प्रदर्शन के जरिए केपी शर्मा ओली की सरकार को गिरा दिया था। इस हिंसा में नेपाल को अरबों का नुकसान हुआ है और 51 लोगों की जान गई है, जिनमें एक भारतीय महिला भी शामिल है।


काठमांडू में स्थिति सामान्य

हालांकि, अब काठमांडू में स्थिति सामान्य होती दिख रही है। सेना गश्त कर रही है, दुकानें खुल गई हैं और मलबा साफ किया जा रहा है। इस आंदोलन के दौरान देशभर में 51 लोगों की मौत हो चुकी है। नेपाल पुलिस ने शुक्रवार को मरने वालों की संख्या की पुष्टि की। प्रदर्शन के दौरान सरकारी इमारतों के साथ-साथ निजी संपत्तियों और होटल उद्योग को भी भारी नुकसान हुआ है। पुलिस ने बताया कि मरने वालों में तीन पुलिसकर्मी और एक भारतीय नागरिक शामिल हैं।