नोएडा की नई DM मेधा रूपम के सामने चुनौतियों का सामना

बिल्डर-बायर्स और प्राधिकरण-किसान के बीच विवाद
नोएडा की नई DM मेधा रूपम को कई महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। इनमें से एक प्रमुख चुनौती बिल्डर और खरीदारों के बीच का विवाद है, जो दशकों से चल रहा है। यह मुद्दा न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि राज्य विधानसभा और संसद तक पहुंच चुका है, फिर भी इसका समाधान नहीं निकल पाया है। खरीदार अक्सर बिल्डरों के खिलाफ प्रदर्शन करते हैं, जबकि किसान प्राधिकरण के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि मेधा रूपम इन जटिल समस्याओं का समाधान कैसे करेंगी।
डूब क्षेत्र में बिजली कनेक्शन की मांग
नोएडा के छिजारसी गांव से लेकर ग्रेटर नोएडा के कुलेसरा तक, डूब क्षेत्र में रहने वाले 5 लाख से अधिक लोगों को अब तक बिजली कनेक्शन नहीं मिल पाया है। पूर्व DM मनीष कुमार वर्मा ने इस क्षेत्र में बिजली कनेक्शन देने पर रोक लगाई थी, जो अब भी लागू है। ऐसे में, यह देखना होगा कि क्या मेधा रूपम इस रोक को हटाकर इन लोगों को बिजली कनेक्शन प्रदान करेंगी।
सरकारी योजनाओं का लाभ कैसे पहुंचाएंगी
योगी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में कई सरकारी योजनाएं शुरू की हैं, लेकिन लाभार्थियों को इनका लाभ उठाने के लिए तहसीलों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। नई DM मेधा रूपम को यह सुनिश्चित करना होगा कि सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थियों तक पहुंचे।
प्राधिकरण की योजनाओं पर ध्यान
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण की कई योजनाएं नागरिकों से जुड़ी हुई हैं, लेकिन कई योजनाएं अभी भी फाइलों में पड़ी हैं। मेधा रूपम के लिए इन योजनाओं को वास्तविकता में बदलना एक बड़ी चुनौती होगी।
योगी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट्स को गति
ग्रेटर नोएडा में जेवर एयरपोर्ट और इंटरनेशनल फिल्म सिटी जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। ये दोनों प्रोजेक्ट योगी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में शामिल हैं। मेधा रूपम के डीएम बनने के बाद इन प्रोजेक्ट्स को तेजी मिल सकती है।