नोएडा की हाईराइज सोसायटियों में सुरक्षा की चिंता, स्ट्रक्चरल ऑडिट की मांग बढ़ी

नोएडा में हाईराइज सोसायटियों की जर्जर स्थिति
नोएडा समाचार: नोएडा की कई ऊँची आवासीय सोसायटियाँ अब निवासियों के लिए चिंता का विषय बन गई हैं। सोशल मीडिया पर लोग लगातार स्ट्रक्चरल ऑडिट की मांग कर रहे हैं। दीवारों से गिरता प्लास्टर, कमजोर पिलर, बेसमेंट में दरारें और पानी का रिसाव जैसे संकेत किसी बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं।
सिक्का कार्मिंग ग्रीन्स को मिला नोटिस
निवासियों ने लंबे समय से नोएडा प्राधिकरण से स्ट्रक्चरल ऑडिट की मांग की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। हाल ही में सिक्का कार्मिंग ग्रीन्स को जारी नोटिस के बाद अन्य सोसायटियों के लोग भी अपनी मांगों को तेज कर रहे हैं। उनका कहना है कि सुरक्षा के लिए ऑडिट आवश्यक है।
सोसायटी की स्थिति पर निवासियों की राय
नोएडा के सेक्टर 107 में स्थित ग्रेट वैल्यू शरणम के एओए सचिव कमांडर संजीव गुप्ता ने बताया कि बेसमेंट के पिलर और बीम में गंभीर दरारें हैं, जिससे लगातार पानी रिस रहा है। टावरों से प्लास्टर गिर रहा है। यदि कोई हादसा होता है, तो जिम्मेदार कौन होगा?
गार्डेनिया एम्स ग्लोरी की स्थिति
एओए सचिव पुनीत धनखड़ ने कहा कि बेसमेंट की स्थिति चिंताजनक है। सरिये बाहर निकल आए हैं और स्ट्रक्चर पर जंग लग चुका है। हमने कई बार स्ट्रक्चरल ऑडिट की मांग की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
द अरण्या सोसायटी की समस्याएँ
सोसायटी के निवासी राजकुमार का कहना है कि बिल्डर अधूरा निर्माण छोड़कर भाग गया है। 2019 से आईआरपी आया हुआ है, लेकिन अब तक कोई सुधार कार्य नहीं किया गया। बेसमेंट की स्थिति देखकर लगता है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
होम्स 121 सोसायटी की चिंताएँ
सोसायटी के एओए अध्यक्ष चक्रधर मिश्र ने कहा कि हमने बहुत पहले स्ट्रक्चरल ऑडिट की मांग की थी, लेकिन प्राधिकरण ने कोई जवाब नहीं दिया। इस तरह की अनदेखी के चलते निवासियों की जान जोखिम में है।
स्ट्रक्चरल ऑडिट का महत्व
स्ट्रक्चरल ऑडिट यह सुनिश्चित करता है कि इमारत में कोई गंभीर तकनीकी या सुरक्षा कमी नहीं है। पुराने और जर्जर ढांचे, कमजोर पिलर, सरिये में जंग, दीवारों में सीलन और कंपन जैसी समस्याओं का वैज्ञानिक परीक्षण किया जाता है। यह ऑडिट समय पर हादसे से बचाव करता है।