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नोएडा प्राधिकरण का बड़ा फैसला: जर्जर फ्लैटों का रिडेवलपमेंट

नोएडा प्राधिकरण ने हाल ही में जर्जर फ्लैटों के रिडेवलपमेंट की योजना को मंजूरी दी है। यह निर्णय 218वीं बोर्ड बैठक में लिया गया, जिसमें सीईओ लोकेश एम ने बताया कि नई पॉलिसी के तहत बहुमंजिला आवासीय भवनों की स्थिति में सुधार किया जाएगा। 1980 से 2000 के बीच बने घरों का रिडेवलपमेंट किया जाएगा। मुख्य सचिव मनोज सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कई अन्य प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई। जानें इस महत्वपूर्ण निर्णय के बारे में।
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नोएडा प्राधिकरण का बड़ा फैसला: जर्जर फ्लैटों का रिडेवलपमेंट

नोएडा प्राधिकरण की 218वीं बोर्ड बैठक

नोएडा समाचार: शनिवार को नोएडा प्राधिकरण की 218वीं बोर्ड बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा की गई। इस दौरान एक राहत भरी खबर सामने आई है, जो जर्जर फ्लैटों में रहने वाले लोगों के लिए है। प्राधिकरण ने इन फ्लैटों के रिडेवलपमेंट की योजना बनाई है, जिससे इनकी स्थिति में सुधार होगा।


नई पॉलिसी के तहत होगा विकास

नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने जानकारी दी कि शहर में जर्जर हो चुके बहुमंजिला आवासीय भवनों और श्रमिक कुंज की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए एक नई पॉलिसी बनाई जाएगी। इस पॉलिसी को सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है, जिसमें डेवलपर की नियुक्ति, पुनर्विकास के लिए चयन प्रक्रिया, निर्माण मानदंड और जुर्माना आदि शामिल होंगे।


1980 से 2000 के बीच बने घरों का होगा रिडेवलपमेंट

सीईओ ने बताया कि इस पॉलिसी के तहत केस टू केस अध्ययन किया जाएगा और रिडेवलपमेंट की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह निर्णय इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल ही में सीईओ ने श्रमिक कुंज का निरीक्षण किया था, जहां फ्लैटों की स्थिति बेहद खराब थी। यह रिडेवलपमेंट उन आवासीय कालोनियों पर केंद्रित होगा, जो 1980 से 2000 के बीच बनाई गई थीं।


मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक

सीईओ ने बताया कि शनिवार को आयोजित बोर्ड बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव मनोज सिंह ने की। इस बैठक में नोएडा प्राधिकरण के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। बैठक में कई अन्य प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई, और उम्मीद है कि इन परियोजनाओं पर जल्द ही कार्य प्रारंभ होगा।