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नोएडा में अवैध वृद्ध सेवा आश्रम पर छापा, बुजुर्गों की स्थिति चिंताजनक

नोएडा के एक अवैध वृद्ध सेवा आश्रम पर छापे में बुजुर्गों की दयनीय स्थिति का खुलासा हुआ है। महिला आयोग और पुलिस की टीम ने जब इस आश्रम पर कार्रवाई की, तो वहां कई बुजुर्गों को बंधक पाया गया। जांच में पता चला कि यह आश्रम 1994 से बिना पंजीकरण के चल रहा था और बुजुर्गों से भारी रकम वसूली जा रही थी। प्रशासन ने आश्रम को सील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी।
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नोएडा में अवैध वृद्ध सेवा आश्रम पर छापा, बुजुर्गों की स्थिति चिंताजनक

छापे में सामने आई भयावह स्थिति

नोएडा के सेक्टर-55 में स्थित C-5 पते पर अवैध रूप से संचालित 'आनंद निकेतन वृद्ध सेवा आश्रम' पर उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग, जिला समाज कल्याण विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने छापा मारा। इस कार्रवाई के दौरान वहां का दृश्य अत्यंत चौंकाने वाला था। महिला आयोग की सदस्य मीनाक्षी भराला ने बताया कि कुछ बुजुर्ग महिलाओं के हाथ बंधे हुए थे, जबकि अन्य को तहखाने जैसे कमरों में बंद पाया गया। कई बुजुर्ग पुरुष बिना कपड़ों के थे, और कई महिलाओं की स्थिति बेहद खराब थी।


अवैध संचालन का खुलासा

जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यह वृद्धाश्रम 1994 से बिना किसी पंजीकरण के चल रहा था, जिससे यह पूरी तरह से अवैध साबित हुआ। आश्रम प्रबंधन हर बुजुर्ग से 2.5 लाख रुपए तक की राशि वसूलता था, साथ ही हर महीने 10,000 से 12,000 रुपए खाने और रहने के लिए लिए जाते थे। इसके बावजूद, वहां कोई प्रशिक्षित स्टाफ नहीं था और बुजुर्गों को अपनी आवश्यकताएं स्वयं पूरी करने के लिए मजबूर होना पड़ा।


आश्रम को सील करने की प्रक्रिया

पुलिस ने एक महिला 'नर्स' को भी पकड़ा, जो वास्तव में केवल एक स्कूल ग्रैजुएट थी। बुजुर्गों की देखभाल के नाम पर यह धोखा साफ नजर आया। जब प्रबंधन से आवश्यक दस्तावेज मांगे गए, तो उन्होंने कुछ भी प्रस्तुत नहीं किया। प्रशासन की मदद से इस आश्रम को जल्द ही सील किया जाएगा। पहले तीन बुजुर्गों को सरकारी आश्रम में स्थानांतरित किया गया है, और बाकी को अगले पांच दिनों में शिफ्ट किया जाएगा।