नोएडा में फर्जी पुलिस स्टेशन का भंडाफोड़, छह गिरफ्तार

नोएडा में फर्जी पुलिस स्टेशन का खुलासा
नोएडा में फर्जी पुलिस स्टेशन का भंडाफोड़: उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक नकली पुलिस स्टेशन का संचालन किया जा रहा था। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने "अंतर्राष्ट्रीय पुलिस और अपराध जांच ब्यूरो" के नाम पर एक फर्जी कार्यालय चलाने के आरोप में छह व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी पहचान पत्र और पुलिस के प्रतीक चिन्हों का उपयोग कर पैसे वसूलने का प्रयास कर रहे थे।
पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर रविवार रात को नोएडा के सेक्टर 70 में बीएस-136 में एक परिसर पर छापा मारा। वहां आरोपियों ने एक आधिकारिक एजेंसी जैसा कार्यालय स्थापित किया था। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पुलिस जैसे रंगों और प्रतीकों का इस्तेमाल किया, और जनजातीय मामलों, आयुष मंत्रालय और सामाजिक न्याय मंत्रालय से जाली प्रमाण पत्र दिखाए। उन्होंने इंटरपोल और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से जुड़े होने का भी दावा किया और ब्रिटेन में अपने कार्यालय का भी जिक्र किया।
गिरोह ने खुद को सरकारी कर्मचारी बताया
अधिकारियों के अनुसार, यह गिरोह खुद को सरकारी कर्मचारी बताता था और अपनी वेबसाइट www.intlpcrib.in के माध्यम से चंदा इकट्ठा करता था। वे कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रमाणपत्र ऑनलाइन दिखाकर खुद को वैध साबित करने का प्रयास करते थे। लोगों को धोखा देने के लिए उनके पास कई प्रेस पहचान पत्र, "अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार" पहचान पत्र और सरकारी मुहरें थीं। पुलिस ने इस सुनियोजित धोखाधड़ी को सफलतापूर्वक विफल कर दिया। आरोपियों ने सेक्टर 70 में 'अंतर्राष्ट्रीय पुलिस एवं अपराध अन्वेषण ब्यूरो' के नाम पर एक फर्जी कार्यालय स्थापित किया था, जहां वे जनता को धोखा देकर पैसे वसूलते थे।
10 दिनों से चल रहा था यह कार्यालय
पुलिस ने बताया कि यह गिरोह हाल ही में खोला गया था और लगभग 10 दिनों से काम कर रहा था। 4 जून को यह परिसर किराए पर लिया गया था। अधिकारियों ने कहा, "वे पुलिस के समानांतर एक तंत्र के रूप में काम करने और लोगों को धोखा देने की कोशिश कर रहे थे।" कार्यालय ने अपनी गतिविधियाँ हाल ही में शुरू की थीं, और पुलिस का मानना है कि उन्होंने अब तक कुछ ही लोगों को निशाना बनाया है।
आरोपियों की पहचान
आरोपियों में पश्चिम बंगाल के बीए स्नातक बिभाष चंद्र अधिकारी शामिल हैं, जो वर्तमान में नोएडा के सेक्टर 70 में रहते हैं। उनके बेटे अराघ्य अधिकारी भी बीए एलएलबी स्नातक हैं। अन्य आरोपियों में बाबुल चंद्र मंडल, पिंटू पाल, संपदा मल और आशीष कुमार शामिल हैं, जो सभी पश्चिम बंगाल के निवासी हैं।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने कई आपत्तिजनक सामान बरामद किए, जिनमें मोबाइल फोन, चेकबुक, रबर स्टैम्प, पहचान पत्र, प्रमाणपत्र और नकद शामिल हैं।
कई धाराओं में मामला दर्ज
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें संगठित तरीके से लोगों को धोखा देने और अवैध धन उगाही करने का आरोप है।