नोएडा में वृद्धाश्रम पर अमानवीय व्यवहार की छापेमारी

छापेमारी में अमानवीय स्थिति का खुलासा
नोएडा के एक वृद्धाश्रम में अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान वहां रहने वाले बुजुर्गों के साथ अमानवीय व्यवहार का खुलासा किया। जांच के दौरान, एक बुजुर्ग महिला को कपड़े से बांधकर एक कमरे में बंद पाया गया, जबकि पुरुष निवासियों को अंधेरे तहखाने जैसे कमरों में कैद किया गया था। कई बुजुर्गों के पास तो कपड़े भी नहीं थे।
नर्स होने का दावा करने वाली महिला की सच्चाई
छापेमारी के दौरान एक महिला ने नर्स होने का दावा किया, लेकिन जांच में यह सामने आया कि वह केवल 12वीं कक्षा पास थी। बुजुर्ग निवासियों के कपड़े मूत्र और मल से सने हुए थे, और उन्हें अपनी देखभाल करने के लिए मजबूर होना पड़ा। यह छापेमारी राज्य महिला आयोग, नोएडा पुलिस, समाज कल्याण विभाग और जिला प्रोबेशन कार्यालय की संयुक्त टीम द्वारा की गई, जिसमें 40 बुजुर्गों को सुरक्षित निकाला गया।
वायरल वीडियो के बाद की गई कार्रवाई
टीम ने बताया कि यह कार्रवाई एक वायरल वीडियो के बाद की गई, जिसमें एक बुजुर्ग महिला को बांधकर कमरे में बंद दिखाया गया था। यह वीडियो लखनऊ के समाज कल्याण विभाग तक पहुंचा, जिसके बाद छापेमारी का आदेश दिया गया।
आश्रय के प्रबंधन पर कार्रवाई
आश्रय प्रबंधन कथित तौर पर बुजुर्ग निवासियों से भर्ती के लिए 2.5 लाख रुपये का दान ले रहा था और आवास तथा भोजन के लिए 6,000 रुपये प्रति माह चार्ज कर रहा था। जब टीम ने निवासियों के परिवारों से संपर्क किया, तो कई ने स्थिति को नजरअंदाज करने की कोशिश की।
महिला आयोग की शिकायत पर छापेमारी
नोएडा पुलिस ने बताया कि राज्य महिला आयोग की शिकायत के आधार पर आनंद निकेतन वृद्ध सेवा आश्रम का औचक निरीक्षण किया गया, जहां कई गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। प्रशासनिक सहयोग से आश्रम को सील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, और सभी बुजुर्गों को मान्यता प्राप्त सरकारी वृद्धाश्रमों में स्थानांतरित किया जाएगा। महिला आयोग और स्थानीय प्रशासन अब आगे की कार्रवाई कर रहे हैं।