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नोबेल पुरस्कार 2023: अर्थशास्त्र में इनोवेशन का महत्व

इस साल अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार जोएल मोकिर, पीटर हॉविट और फिलिप एगियॉन को दिया गया है। इन अर्थशास्त्रियों ने अपने शोध में नवाचार के माध्यम से आर्थिक विकास के महत्व को उजागर किया है। जानें कैसे नए उत्पाद और उत्पादन के तरीके जीवन स्तर में सुधार लाते हैं और पुरस्कार समारोह कब आयोजित होगा।
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नोबेल पुरस्कार 2023: अर्थशास्त्र में इनोवेशन का महत्व

नोबेल पुरस्कार की घोषणा

स्टॉकहोम। इस वर्ष अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार तीन प्रमुख अर्थशास्त्रियों को प्रदान किया गया है, जिनमें से दो अमेरिका के और एक ब्रिटेन का है। अमेरिका के जोएल मोकिर और पीटर हॉविट के साथ ब्रिटेन के फिलिप एगियॉन को यह सम्मान मिला है। नोबेल समिति ने बताया कि इन अर्थशास्त्रियों ने अपने अनुसंधान के माध्यम से यह स्पष्ट किया है कि नवाचार कैसे आर्थिक विकास को प्रेरित करता है।


आर्थिक विकास का आधार

उन्होंने यह भी बताया कि नए उत्पाद और उत्पादन के तरीके पुराने तरीकों को बदलते रहते हैं, और यह प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है। यही निरंतरता आर्थिक विकास का मूल आधार है, जिससे वैश्विक स्तर पर लोगों की जीवन गुणवत्ता, स्वास्थ्य और जीवन स्तर में सुधार होता है। विजेताओं को 11 मिलियन स्वीडिश क्रोना, जो लगभग 10.3 करोड़ रुपए के बराबर है, एक सोने का मेडल और सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार समारोह 10 दिसंबर को स्टॉकहोम में आयोजित किया जाएगा।


जोएल मोकिर का योगदान

नोबेल समिति के अनुसार, जोएल मोकिर ने ऐतिहासिक दृष्टिकोण से यह बताया कि निरंतर आर्थिक विकास कैसे संभव हुआ। उन्होंने कहा कि यदि नवाचार और सुधार लगातार होते रहें, तो यह जानना आवश्यक नहीं है कि कोई चीज कैसे काम करती है, बल्कि यह भी समझना जरूरी है कि वह क्यों काम करती है। औद्योगिक क्रांति से पहले, लोग अक्सर यह नहीं समझ पाते थे, जिससे नए आविष्कारों का सही उपयोग करना कठिन हो जाता था। फिलिप एगियॉन और पीटर हॉविट ने निरंतर आर्थिक विकास की प्रक्रिया को समझाने का प्रयास किया। इन दोनों ने 1992 में एक मॉडल विकसित किया, जिसे 'क्रिएटिव डिस्ट्रक्शन' या 'रचनात्मक विनाश' कहा गया।