पंकज चौधरी का ब्राह्मण विधायकों के लिए सख्त संदेश, जाति आधारित राजनीति पर लगाई रोक
पंकज चौधरी का सख्त रुख
मथुरा। उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण विधायकों की बैठक को लेकर यूपी बीजेपी के अध्यक्ष पंकज चौधरी ने कड़ा रुख अपनाया है। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पंकज चौधरी ने वृंदावन का दौरा किया, जहां उन्होंने विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में दर्शन किए। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा 2027 में फिर से यूपी में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी।
लखनऊ में आयोजित ब्राह्मण विधायकों की बैठक पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा एक सर्वसमाज की पार्टी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि संविधान किसी को भी जाति के आधार पर बैठक आयोजित करने की अनुमति नहीं देता। इस संदर्भ में उन्होंने विधायकों को चेतावनी दी है कि भविष्य में ऐसी बैठकें न हों जो पार्टी अनुशासन के खिलाफ हों।

हाल ही में उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण विधायकों ने कुशीनगर में एक बैठक आयोजित की थी, जिसमें बीजेपी और अन्य दलों के 35-40 ब्राह्मण नेताओं ने भाग लिया। इस बैठक में ब्राह्मण समाज की उपेक्षा और उनकी आवाज को दबाने के मुद्दे उठाए गए, जिससे राजनीतिक हलचल मच गई।
पंकज चौधरी ने पार्टी के विधायकों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि उन्हें जाति-आधारित राजनीति से दूर रहना होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ कोई भी गतिविधि स्वीकार नहीं की जाएगी। चौधरी ने बीजेपी की राजनीति को सिद्धांतों पर आधारित बताते हुए कहा कि पार्टी किसी विशेष जाति या वर्ग की राजनीति नहीं करती।
चौधरी ने आगे कहा कि पार्टी कार्यकर्ता परिवारवाद या किसी विशेष वर्ग की राजनीति नहीं करते। सभी जनप्रतिनिधियों को यह स्पष्ट किया गया है कि ऐसी गतिविधियां पार्टी की संवैधानिक परंपराओं के खिलाफ हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में किसी जनप्रतिनिधि ने ऐसी गतिविधियों में भाग लिया, तो इसे अनुशासनहीनता माना जाएगा और पार्टी संविधान के तहत कार्रवाई की जाएगी।
पार्टी की राजनीति पर जोर
चौधरी ने अंत में कहा कि बीजेपी की राजनीति विविधता और लोकतंत्र पर आधारित है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकासवादी राजनीति और राष्ट्रवाद के सामने विपक्ष की जाति-आधारित राजनीति समाप्त हो रही है।
