पंजाब के आढ़तियों के हितों की सुरक्षा का आश्वासन: मुख्यमंत्री मान

मुख्यमंत्री ने आढ़तियों की मांगों को उठाने का भरोसा दिया
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आढ़तियों के हितों की सुरक्षा के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि उनकी जायज मांगों को भारत सरकार के समक्ष मजबूती से उठाया जाएगा। चंडीगढ़ में आढ़तियों के साथ बैठक के दौरान, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से हल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
केंद्र सरकार की अनदेखी पर चिंता
मुख्यमंत्री ने बताया कि आढ़तियों की कई मांगें केंद्र सरकार के दायरे में आती हैं, लेकिन उन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार आढ़तियों की आवाज बनेगी और उनके मुद्दों को केंद्र के समक्ष उठाएगी।
कमीशन वृद्धि का मामला
मुख्यमंत्री ने कहा कि आढ़तियों के कमीशन में वृद्धि का मुद्दा पहले ही केंद्र सरकार के समक्ष उठाया जा चुका है। उन्होंने केंद्र की आलोचना करते हुए कहा कि आढ़तियों की भूमिका को महत्व नहीं दिया जा रहा है, जबकि वे खरीद कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
आढ़तियों का योगदान
मुख्यमंत्री ने आढ़तियों को किसानों के बिना वेतन वाले चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में वर्णित किया, जो फसल उत्पादन और वित्तीय लेन-देन का विस्तृत रिकॉर्ड रखते हैं। उन्होंने अपने पैतृक जिले संगरूर में आढ़तियों के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि वे खरीद प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
हालिया बाढ़ का प्रभाव
हाल ही में आई बाढ़ के कारण हुए नुकसान पर चर्चा करते हुए, मुख्यमंत्री ने बताया कि 2300 से अधिक गांव डूब गए हैं, जिससे 20 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और लगभग पांच लाख एकड़ में फसलें नष्ट हो गईं। उन्होंने कहा कि इस दौरान 56 लोगों की जान गई और लगभग सात लाख लोग बेघर हो गए, साथ ही बुनियादी ढांचे को भी भारी नुकसान हुआ।