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पंजाब डीजीपी ने फतेहगढ़ साहिब में शहीदी सभा की सुरक्षा का लिया जायजा

पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने फतेहगढ़ साहिब में चल रही शहीदी सभा के दौरान सुरक्षा प्रबंधों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि क्षेत्र को छह सेक्टरों में बांटा गया है और 3,400 से अधिक पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। संगतों की सुविधा के लिए नो व्हीकल जोन और पार्किंग व्यवस्थाएं भी की गई हैं। जानें इस आयोजन के लिए और क्या विशेष सुरक्षा उपाय किए गए हैं।
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पंजाब डीजीपी ने फतेहगढ़ साहिब में शहीदी सभा की सुरक्षा का लिया जायजा

डीजीपी गौरव यादव का गुरुद्वारे में माथा टेकना


पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने फतेहगढ़ साहिब में चल रही तीन दिवसीय शहीदी सभा के दौरान गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में माथा टेका। इस अवसर पर उन्होंने सुरक्षा प्रबंधों का निरीक्षण किया ताकि धार्मिक समागम का आयोजन शांतिपूर्ण और सुरक्षित हो सके।


डीजीपी ने कहा कि छोटे साहिबजादों की शहादत की स्मृति अद्वितीय है। उन्होंने रोपड़ रेंज के डीआईजी नानक सिंह और एसएसपी शुभम अग्रवाल के साथ सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।


सुरक्षा के लिए क्षेत्र का विभाजन

डीजीपी गौरव यादव ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पूरे क्षेत्र को छह सेक्टरों में बांटा गया है। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 3,400 से अधिक पुलिस कर्मियों को 24 घंटे तैनात किया गया है, जिनकी निगरानी छह एसपी और 24 डीएसपी रैंक के अधिकारियों द्वारा की जाएगी।


उन्होंने कहा कि संगतों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। सभी पुलिस कर्मियों को ड्यूटी के दौरान सतर्क रहने और जनहित में व्यवहार करने के निर्देश दिए गए हैं।


नो व्हीकल जोन और पार्किंग व्यवस्थाएं

डीजीपी ने बताया कि संगतों की सुविधा के लिए गुरुद्वारा साहिब के 200 मीटर के दायरे को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है। 22 पार्किंग स्थलों की व्यवस्था की गई है, जहां से संगतों के लिए ई-रिक्शा, ऑटो और शटल बस सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।


यातायात प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए पंजाब पुलिस ने गूगल के सहयोग से पार्किंग स्थलों की रियल-टाइम जियो-टैगिंग की है और दिशा-निर्देशक साइन बोर्ड भी लगाए गए हैं।


सुरक्षा निगरानी के लिए तकनीकी उपाय

सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए छह ड्रोन और लगभग 300 सीसीटीवी कैमरे तैनात किए गए हैं। ये उपकरण भीड़ की आवाजाही, ट्रैफिक प्रवाह और पार्किंग क्षेत्रों पर नजर रखेंगे, साथ ही समाज-विरोधी तत्वों पर भी निगरानी रखी जाएगी।