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पंजाब बाढ़ के बाद स्वास्थ्य सुरक्षा: मुख्यमंत्री भगवंत मान की पहल

पंजाब में हाल ही में आई बाढ़ के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने 1.4 लाख से अधिक लोगों की जांच की और 1.8 लाख लोगों को राहत पहुंचाई। सरकार ने स्वास्थ्य संबंधी आंकड़े सार्वजनिक करने का निर्णय लिया है। आशा वर्कर घर-घर जाकर लोगों को स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर रहे हैं। जानें इस विशेष अभियान के बारे में और कैसे यह हर पंजाबी की जिम्मेदारी है।
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पंजाब बाढ़ के बाद स्वास्थ्य सुरक्षा: मुख्यमंत्री भगवंत मान की पहल

मुख्यमंत्री की स्वास्थ्य सुरक्षा योजना

Punjab Flood Health Response : हाल ही में पंजाब में आई बाढ़ के बाद, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार ने पहले से ही स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए एक ठोस योजना बनाई थी, ताकि किसी भी संक्रमण या बीमारी को समय पर रोका जा सके। मान ने कहा, “पूरा पंजाब मेरा परिवार है और मैं अपने परिवार की सेहत के लिए हर संभव प्रयास करूंगा।” इसी सोच के साथ, राज्य के हर गांव और शहर में स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार काम कर रही हैं.


तीन दिन में 1.4 लाख से अधिक लोगों की जांच

तीन दिन में 1.4 लाख से अधिक लोगों की जांच
स्वास्थ्य विभाग ने 14, 15 और 16 सितंबर को आयोजित मेडिकल कैंपों में 2100 गांवों को कवर किया और 1,42,395 मरीजों की जांच की। इनमें से 19,187 बुखार और 22,118 त्वचा रोग के मरीज पाए गए। इसके अलावा, डायरिया, खांसी और अन्य संक्रमणों के 14,848 मामले भी सामने आए.


सरकार की पारदर्शिता और जवाबदेही

सरकार की पारदर्शिता और जवाबदेही
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हर शाम 6 बजे स्वास्थ्य संबंधी आंकड़े सार्वजनिक करेगी ताकि जनता को सटीक और विश्वसनीय जानकारी मिल सके। उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि किसी को बीमारी के लक्षण महसूस हों, तो सरकारी मेडिकल कैंप में जांच कराएं.


1.8 लाख लोगों को मिला लाभ

1.8 लाख लोगों को मिला लाभ
राज्य भर में अब तक 1250 से अधिक राहत और स्वास्थ्य कैंप लगाए जा चुके हैं, जिनका लाभ करीब 1.8 लाख लोगों ने उठाया है। इसके अलावा, आंगनवाड़ी और आशीर्वाद केंद्रों में भी मेडिकल टीमें तैनात की गई हैं.


आशा वर्करों की घर-घर दस्तक

आशा वर्करों की घर-घर दस्तक
विशेष स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान के तहत, आशा वर्कर घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं और लोगों को स्वच्छता, उबला पानी पीने, मच्छरदानी के उपयोग और अन्य सावधानियों के प्रति जागरूक कर रही हैं। लाखों लोगों का चेकअप पहले ही किया जा चुका है.


सरकार, स्वयंसेवक और जनता की साझी ज़िम्मेदारी

सरकार, स्वयंसेवक और जनता की साझी ज़िम्मेदारी
आम आदमी पार्टी के वॉलंटियर्स, विधायक और मंत्री राहत और सफाई कार्यों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। मुख्यमंत्री मान ने इसे केवल सरकार की नहीं बल्कि हर पंजाबी की साझा जिम्मेदारी बताया है। उन्होंने कहा, “हम सबका कर्तव्य है कि हम मिलकर अपने मोहल्लों को बीमारी मुक्त बनाएं.”


अस्पतालों में विशेष इंतजाम

अस्पतालों में विशेष इंतजाम
बाढ़ के बाद संक्रमण के खतरे को देखते हुए, सरकारी अस्पतालों में विशेष आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं और डॉक्टरों की 24 घंटे ड्यूटी लगाई गई है। सरकार ने यह भरोसा दिलाया है कि किसी भी नागरिक को स्वास्थ्य सेवा में कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी.


स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच

मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि यदि किसी को स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो, तो वह नजदीकी मेडिकल टीम या कैंप से तुरंत संपर्क करें। सरकार का लक्ष्य है कि हर नागरिक तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचें और कोई भी बीमारी महामारी का रूप न ले सके.