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पंजाब में नशा तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई: 85,000 से अधिक गिरफ्तार

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने नशा तस्करी के खिलाफ उठाए गए ठोस कदमों की जानकारी दी है। पिछले तीन वर्षों में 85,000 से अधिक नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, और 2025 में ड्रोन के माध्यम से तस्करी रोकने में महत्वपूर्ण सफलता मिली है। मुख्यमंत्री ने बताया कि नशों के खिलाफ एक बहु-आयामी रणनीति अपनाई गई है, जिसमें प्रवर्तन, नशा मुक्ति और रोकथाम शामिल हैं। इस अभियान के तहत कई महत्वपूर्ण कार्रवाई की गई है, जिससे नशा आपूर्ति करने वाले नेटवर्क को ध्वस्त किया गया है।
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पंजाब में नशा तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई: 85,000 से अधिक गिरफ्तार

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की रिपोर्ट

पंजाब में नशा तस्करी पर काबू पाने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में 85,000 से अधिक नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।


2025 में ड्रोन के माध्यम से नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने में महत्वपूर्ण सफलता: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान


2025 को अपराधियों के लिए जवाबदेही का वर्ष बताते हुए, 13 खतरनाक अपराधियों को ढेर किया गया और 916 गिरफ्तार किए गए: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान


कानून-व्यवस्था की समीक्षा के दौरान, मुख्यमंत्री ने पुलिस की सराहना की और नशों तथा गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए खुली छूट दी।


चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि राज्य नशीले पदार्थों और संगठित अपराध के खिलाफ निर्णायक कदम उठा रहा है। पिछले साढ़े तीन वर्षों में 85,418 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, और एन.डी.पी.एस. अधिनियम के तहत सजा दर 88 प्रतिशत रही है। 1 जनवरी 2025 से अब तक 916 गैंगस्टरों को भी गिरफ्तार किया गया है।


पुलिस विभाग के प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि सख्त प्रवर्तन और गहन जांच के परिणाम सामने आ रहे हैं। यह नशों के खतरे के खिलाफ पंजाब की लंबी लड़ाई में ठोस कार्रवाई की ओर एक स्पष्ट बदलाव को दर्शाता है।


बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार के कार्यकाल में नशा तस्करों के खिलाफ 63,053 मामले दर्ज किए गए हैं। 2025 में ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ अभियान शुरू होने के बाद से पुलिस ने 30,144 एफ.आई.आर. दर्ज की हैं और 40,302 तस्करों को गिरफ्तार किया है। यह अभियान 1 मार्च 2025 को शुरू किया गया था।


मुख्यमंत्री ने कहा कि नशों से निपटने के लिए एक बहु-आयामी रणनीति तैयार की गई है, जिसमें प्रवर्तन, नशा मुक्ति और रोकथाम शामिल हैं। इस अभियान के तहत नशा आपूर्ति करने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। पिछले साढ़े तीन वर्षों में 5,119.94 किलोग्राम हेरोइन, 3,458.53 किलोग्राम अफीम, 5.82 किलोग्राम कोकीन, 82.04 किलोग्राम आइस, 4.98 करोड़ कैप्सूल और 52.46 करोड़ रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य ने 2022 से नशों के खिलाफ लड़ाई को प्राथमिकता दी है। इसमें प्रवर्तन, वित्तीय अवरोध, तकनीक आधारित पुलिसिंग, सजा सुनिश्चित करना, जन भागीदारी और पुनर्वास शामिल हैं। पंजाब पुलिस की एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ए.एन.टी.एफ.) इस रणनीति को लागू करने में अग्रणी रही है।


भगवंत सिंह मान ने कहा कि प्रवर्तन प्रयास अब केवल छोटी बरामदगी से आगे बढ़कर संगठित तस्करी नेटवर्क के खिलाफ लक्षित कार्रवाई में बदल गए हैं।


मुख्यमंत्री ने बताया कि वित्तीय जांच के माध्यम से 1,400 से अधिक अवैध संपत्तियों की जब्ती के मामले सामने आए हैं। 2022 से 2025 के बीच 2,730 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां जब्त की गई हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच की गुणवत्ता और प्रभावी कानूनी पैरवी के परिणामस्वरूप 25,000 से अधिक एन.डी.पी.एस. मामलों का निपटारा किया गया, जिनमें 21,600 से अधिक सजाएं हुईं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘सेफ पंजाब व्हाट्सएप चैटबॉट’ एक प्रमुख नागरिक-भागीदारी पहल के रूप में उभरा है, जिसके माध्यम से लगभग 30,000 कार्रवाई योग्य सूचनाएं प्राप्त हुईं।


गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई का उल्लेख करते हुए, भगवंत सिंह मान ने कहा कि 1 जनवरी से 17 दिसंबर तक पंजाब पुलिस ने 916 गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया, 13 को मुठभेड़ों में ढेर किया, 389 मॉड्यूल का पर्दाफाश किया और 594 हथियार बरामद किए हैं।