पंजाब में नशा विरोधी अभियान के तहत 200 मनोवैज्ञानिकों की भर्ती का ऐलान

हरपाल सिंह चीमा का बड़ा निर्णय
चंडीगढ़: पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने ड्रग्स पर सब कमेटी की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए। उन्होंने बताया कि नशा विरोधी अभियान ‘नशे के विरुद्ध युद्ध’ के तहत मनोवैज्ञानिकों की भर्ती और अस्पतालों में अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की जाएगी।
चीमा ने कहा कि 200 मनोवैज्ञानिकों की भर्ती की जाएगी और सरकारी तथा निजी अस्पतालों में 1,000 अतिरिक्त बेड उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके साथ ही, मनोवैज्ञानिकों और परामर्शदाताओं के लिए 1500 रुपये प्रति घंटे (अधिकतम दो घंटे) की दर से भुगतान का पैनल भी स्थापित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे नशा पीड़ितों को बेहतर उपचार मिल सकेगा। मंत्री ने यह भी कहा कि पंजाब सरकार मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में नशे के खिलाफ एक निर्णायक लड़ाई लड़ रही है।
लुधियाना पश्चिम उपचुनाव के संदर्भ में पूछे जाने पर, चीमा ने विश्वास व्यक्त किया कि आम आदमी पार्टी (आप) का उम्मीदवार अच्छे अंतर से जीत हासिल करेगा। उन्होंने कहा, “राजनीतिक बयान आते रहेंगे, लेकिन जनता आप के कार्यों पर भरोसा करती है। चुनाव परिणाम आम आदमी पार्टी (आप) के पक्ष में होंगे और आप प्रत्याशी संजीव अरोड़ा की जीत सुनिश्चित है।” उन्होंने जालंधर लोकसभा उपचुनाव में आप की जीत का उदाहरण देते हुए कहा कि जनता ने ‘काम की राजनीति’ को चुना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर, हरपाल सिंह चीमा ने कहा, “पिछले 11 वर्षों में देश की अर्थव्यवस्था डगमगा गई है। इस दौरान कोई नई इंडस्ट्री नहीं आई और देश पिछड़ गया है। यह बात सभी जानते हैं कि पीएम मोदी के कार्यकाल में देश का विकास नहीं हुआ, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारी नुकसान हुआ है।”