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पंजाब में नशे के खिलाफ मुहिम: 121 दिन में 83 तस्कर गिरफ्तार

पंजाब में चल रहे 'युद्ध नशों विरुद्ध' अभियान ने 121 दिन में 83 नशा तस्करों की गिरफ्तारी की है। इस अभियान के तहत अब तक 19,801 तस्करों को पकड़ा गया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में यह मुहिम राज्य को नशा मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस ने 56 FIR दर्ज की हैं और 424 संदिग्धों से पूछताछ की है। जानें इस अभियान की तीन-स्तरीय रणनीति और मुख्यमंत्री के निर्देशों के बारे में।
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पंजाब में नशे के खिलाफ मुहिम: 121 दिन में 83 तस्कर गिरफ्तार

पंजाब में नशे के खिलाफ चल रही मुहिम का प्रभाव

पंजाब में 'युद्ध नशों विरुद्ध' नामक अभियान अब अपने 121वें दिन में प्रवेश कर चुका है, और इसके परिणाम अब स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगे हैं। शुक्रवार को पंजाब पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए 83 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया। इन तस्करों के पास से 65.4 किलोग्राम हेरोइन, 1.2 किलो अफीम और 1.04 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई है।


राज्यव्यापी अभियान की सफलता

इस अभियान के तहत अब तक कुल 19,801 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब को नशा मुक्त बनाने की दिशा में यह अब तक की सबसे प्रभावी पहल मानी जा रही है। डीजीपी गौरव यादव के निर्देश पर यह कार्रवाई राज्य के सभी 28 जिलों में एक साथ की गई।


विशेष ऑपरेशन का विवरण

राज्यभर में चला ऑपरेशन

स्पेशल डीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) अरपित शुक्ला ने बताया कि इस अभियान का संचालन 92 राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी में किया गया, जिसमें 1300 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल थे। इन अधिकारियों ने मिलकर 200 से अधिक टीमों के माध्यम से प्रदेशभर में 417 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की।


पुलिस की कार्रवाई और पूछताछ

दर्ज हुई 56 FIR, 424 संदिग्धों से पूछताछ

पुलिस ने बताया कि इस एक दिवसीय ऑपरेशन के दौरान 56 प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गईं और 424 संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी और पूछताछ की गई। कई स्थानों पर स्थानीय लोगों से भी खुफिया जानकारी एकत्र की गई, जिससे पुलिस को ठोस इनपुट प्राप्त हुए।


सरकार की रणनीति का प्रभाव

सरकार की तीन-स्तरीय रणनीति का असर

अरपित शुक्ला ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा अपनाई गई तीन-स्तरीय रणनीति—प्रवर्तन (Enforcement), नशा मुक्ति (De-addiction) और रोकथाम (Prevention) के प्रभाव स्पष्ट रूप से सामने आ रहे हैं। इसी के तहत, 44 व्यक्तियों ने नशा छोड़ने और पुनर्वास के लिए इलाज लेने पर सहमति जताई है, जो एक सकारात्मक संकेत है।


मुख्यमंत्री का सख्त निर्देश

मुख्यमंत्री की सख्ती और कैबिनेट सब-कमेटी की निगरानी

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सभी पुलिस कमिश्नरों, डिप्टी कमिश्नरों और एसएसपी को सख्त निर्देश दिए हैं कि पंजाब को नशा मुक्त बनाना उनकी शीर्ष प्राथमिकता होनी चाहिए। इसी के तहत सरकार ने एक पांच सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी भी गठित की है, जो इस मुहिम की निगरानी कर रही है।