पंजाब में बाढ़: एक व्यक्ति की दया और राहत कार्यों की तेज़ी

पंजाब में बाढ़ का संकट
पंजाब में बाढ़: इस समय पंजाब भीषण बाढ़ से जूझ रहा है, जिससे लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। उनके घर और खेत जलमग्न हो गए हैं। इस संकट के बीच, एक दिल को छू लेने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति, जिसने बाढ़ में सब कुछ खो दिया, राहत सामग्री बांटने आए स्वयंसेवकों को चाय परोसता हुआ दिखाई दे रहा है। यह दृश्य पंजाब की उस भावना को दर्शाता है, जो विपरीत परिस्थितियों में भी दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहती है।
बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र
पंजाब के 23 जिलों में बाढ़ ने व्यापक तबाही मचाई है। लगभग 1,400 गांव इस आपदा से प्रभावित हुए हैं और 3.5 लाख से अधिक लोग इसकी चपेट में आए हैं। कृषि को भी भारी नुकसान हुआ है, क्योंकि 1.48 लाख हेक्टेयर से अधिक फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। सबसे अधिक प्रभावित जिला गुरदासपुर है, जहां 324 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके बाद अमृतसर (135 गांव) और होशियारपुर (119 गांव) का स्थान है।
एक व्यक्ति का बड़ा दिल
इस कठिन समय में एक वीडियो ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है। इसमें एक व्यक्ति, जिसने सब कुछ खो दिया, पानी से भरे रास्तों पर चलते हुए स्वयंसेवकों के पास चाय लेकर पहुंचता है। वह बड़े प्यार से उन लोगों को चाय परोसता है, जो राहत सामग्री लेकर आए थे। यह छोटा सा कार्य पंजाब की उस भावना को उजागर करता है, जो मुसीबत में भी दूसरों का ख्याल रखती है।
पूर्व क्रिकेटर और राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा, “जब स्वयंसेवक राहत सामग्री देने गए, तो बाढ़ प्रभावित परिवार ने सब कुछ खोने के बावजूद चाय बनाकर स्वयंसेवकों को पिलाई। यही है पंजाब का जज्बा। रब दे बंदे।”
When volunteers went to deliver relief materials, the flood-affected family despite having lost almost everything prepared tea and served it to the volunteers in return. That’s the spirit of Panjab. Rab de bande. #Punjab #PunjabFloods pic.twitter.com/EVdCuHlKuP
— Harbhajan Turbanator (@harbhajan_singh) September 3, 2025
राहत और बचाव कार्य
पंजाब में राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं। अब तक 19,597 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। गुरदासपुर में 5,581, फिरोजपुर में 3,432 और अमृतसर में 2,734 लोगों को निकाला गया है। राज्य में 174 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें से 74 अभी सक्रिय हैं।
इन शिविरों में सबसे ज्यादा बरनाला (29), अमृतसर (16) और पठानकोट (14) में हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने भी 23 टीमें तैनात की हैं। गुरदासपुर और अमृतसर में छह-छह टीमें, जबकि फिरोजपुर और फाजिल्का में तीन-तीन टीमें काम कर रही हैं।