पंजाब में बाढ़ की गंभीर स्थिति: नावें बनीं लोगों का सहारा

पंजाब में बाढ़ की स्थिति
अमृतसर सहित छह जिलों में स्कूल बंद, लाखों एकड़ फसल बर्बाद
पंजाब बाढ़ स्थिति (चंडीगढ़): पहाड़ों पर लगातार हो रही भारी बारिश के कारण सभी डैम का जल स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। डैम से पानी छोड़ने के कारण पंजाब के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। खेतों और गांवों में कई फीट तक पानी भर गया है, जिससे दर्जनों गांवों का संपर्क टूट गया है और नावें लोगों के आवागमन का एकमात्र साधन बन गई हैं। रणजीत सागर डैम और भाखड़ा बांध का जल स्तर बढ़ने के कारण लगातार पानी छोड़ा जा रहा है।
रावी नदी का उफान
रावी नदी में पानी बढ़ने के कारण पठानकोट और गुरदासपुर में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। रणजीत सागर डैम से छोड़े गए पानी के कारण पठानकोट में हालात बिगड़ गए हैं। गुरदासपुर में मकोड़ा पत्तन के सात गांवों का संपर्क देश से टूट गया है। भाखड़ा डैम से छोड़े गए पानी का असर सतलुज नदी पर भी देखा जा रहा है, जिसका जल स्तर भी बढ़ता जा रहा है। तरनतारन, फिरोजपुर और फाजिल्का क्षेत्रों में हरिके हैड वर्क्स से छोड़े गए पानी का प्रभाव स्पष्ट है।
बारिश से बिगड़ते हालात
बारिश के कारण जालंधर, कपूरथला, पठानकोट और गुरदासपुर जिलों के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। फाजिल्का के बाढ़ प्रभावित 20 गांवों के स्कूल अगले आदेश तक बंद रहेंगे। मौसम विभाग ने पंजाब के नौ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
सरकार की विशेष गिरदावरी
पंजाब सरकार ने घोषणा की है कि सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की विशेष गिरदावरी की जाएगी। इसके साथ ही, लोगों को हुए नुकसान का पूरा मुआवजा भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बाढ़ के कारण हुए नुकसान के लिए उचित मुआवजे की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से बचने के उपायों पर भी विचार किया जाएगा। कपूरथला जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़ी राज्यों में हो रही बारिश के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है।