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पंजाब में बाढ़ के बाद स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए सरकार की पहल

पंजाब में हाल ही में आई बाढ़ के बाद, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए एक व्यापक योजना की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि मेडिकल कैंप स्थापित किए गए हैं ताकि बीमारियों के फैलने से पहले उन्हें नियंत्रित किया जा सके। पिछले तीन दिनों में 142395 मरीजों की जांच की गई है, जिसमें बुखार और त्वचा रोग के मामले प्रमुख हैं। सरकार ने 1250 से अधिक राहत और स्वास्थ्य कैंप लगाए हैं, जिनका लाभ लाखों लोगों ने उठाया है। मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाएं और किसी भी समस्या के लिए नजदीकी मेडिकल टीम से संपर्क करें।
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पंजाब में बाढ़ के बाद स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए सरकार की पहल

मुख्यमंत्री भगवंत मान की स्वास्थ्य सुरक्षा योजना

पंजाब समाचार: हाल ही में पंजाब में आई बाढ़ के बाद, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बताया कि उनकी सरकार ने स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए एक व्यापक योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कैंप पहले से ही स्थापित किए गए हैं ताकि किसी भी बीमारी के फैलने से पहले उसे नियंत्रित किया जा सके। उन्होंने कहा, “पूरा पंजाब मेरा परिवार है और मैं अपने परिवार की सेहत के प्रति हमेशा प्रतिबद्ध हूं। इसी कारण हर गांव और शहर में स्वास्थ्य विभाग की टीमें सक्रिय हैं।”


तीन दिनों में 142395 मरीजों की जांच

तीन दिनों में 142395 मरीजों की जांच


स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 14, 15 और 16 सितंबर को बुखार और त्वचा रोग के सबसे अधिक मामले सामने आए। इन तीन दिनों में आयोजित कैंप में 2100 गांवों को कवर किया गया, जिसमें 142395 मरीजों की जांच की गई। बुखार के 19187 और त्वचा रोग के 22118 मरीज मेडिकल कैंप में पहुंचे। इसके अलावा, डायरिया, खांसी और अन्य संक्रमण के 14848 मामले भी दर्ज किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार रोजाना शाम 6 बजे जनता के साथ ये आंकड़े साझा करेगी ताकि लोगों को सही जानकारी मिल सके। उन्होंने अपील की कि यदि किसी को बुखार, त्वचा रोग या अन्य बीमारी के लक्षण महसूस हों, तो वे तुरंत मेडिकल कैंप में जाकर जांच करवाएं।


1250 से अधिक राहत और स्वास्थ्य कैंप

1250 से अधिक राहत और स्वास्थ्य कैंप


सरकार ने अब तक 1250 से अधिक राहत और स्वास्थ्य कैंप स्थापित किए हैं, जिनका लाभ लगभग 1.8 लाख लोगों ने उठाया है। कई आंगनवाड़ी और आशीर्वाद केंद्रों में भी मेडिकल टीमों की तैनाती की गई है। विशेष स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान के तहत, आशा वर्कर घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं और लोगों को बीमारियों की रोकथाम के उपाय बता रही हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, लाखों लोगों का चेकअप पूरा हो चुका है और हर परिवार को साफ-सफाई, पीने के पानी को उबालकर पीने और मच्छरों से बचाव के उपाय बताए गए हैं।


सरकार की सख्त निगरानी

सरकार की सख्त निगरानी शुरू


आम आदमी पार्टी के सभी वॉलंटियर और पदाधिकारी राहत और सफाई अभियान में सक्रिय रूप से शामिल हैं। मंत्री और विधायक स्वयं जमीनी स्तर पर सेवा कार्यों में भाग ले रहे हैं। मुख्यमंत्री मान ने कहा, “यह केवल सरकार का काम नहीं है, बल्कि हर पंजाबी का साझा कर्तव्य है कि हम सब मिलकर अपने गांव, शहर और मोहल्ले को बीमारी मुक्त बनाएं।” स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, बाढ़ का पानी उतरने के बाद संक्रमण और मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए, पंजाब सरकार ने पहले से ही सख्त निगरानी शुरू कर दी थी। सभी बड़े सरकारी अस्पतालों में विशेष आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं और डॉक्टरों की ड्यूटी चौबीसों घंटे लगाई गई है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि पंजाब की जनता को किसी भी स्थिति में कठिनाई नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार हर नागरिक तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचा रही है और यदि किसी को कोई समस्या है, तो उन्हें नजदीकी मेडिकल टीम या कैंप से संपर्क करना चाहिए।