पंजाब में बाढ़ राहत कार्यों की सराहना, जत्थेदार ने दी महत्वपूर्ण सलाह

सेवा संगठनों की भूमिका
अमृतसर - श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में बताया कि पंजाब में बाढ़ के हालात में सेवा संगठनों ने लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाने में अद्वितीय कौशल का प्रदर्शन किया है। यह पंजाब की धरती की विशेषता है, जो गुरु साहिब के नाम पर बसी है।
बाढ़ के प्रभाव और राहत की आवश्यकता
जत्थेदार गड़गज ने कहा कि बाढ़ ने लोगों के घरों, फसलों, पशुधन और कृषि उपकरणों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। बाढ़ का पानी उतरने के बाद, प्रभावित लोगों के लिए राहत कार्यों और स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता और बढ़ जाएगी। उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में कुछ अप्रिय घटनाएं भी हुई हैं, जिससे सेवा संगठनों के स्वयंसेवकों को परेशान किया गया है, जो पंजाब की संस्कृति के खिलाफ है। उन्होंने उन सभी युवाओं की सराहना की जो बिना किसी डर के सेवा कार्य में लगे हुए हैं।
राहत सामग्री का वितरण
जत्थेदार ने कहा कि अभी भी हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्रों से राहत सामग्री पंजाब में पहुंच रही है। राज्य सरकार की योजनाओं की कमी के कारण, यह चिंता का विषय है कि राहत सामग्री जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच रही है। उन्होंने सेवा कार्य कर रही संस्थाओं से अपील की कि वे गांवों के प्रतिनिधियों के माध्यम से जरूरतमंदों का सत्यापन करें। यदि उनके पास अतिरिक्त सामग्री है, तो उसे स्थानीय गुरुद्वारों में सुरक्षित रखा जाना चाहिए।
गुरुद्वारों की भूमिका
जत्थेदार ने बताया कि बाढ़ की स्थिति के बाद से गुरुद्वारे पिछले तीन सप्ताह से लंगर, स्वास्थ्य और अन्य राहत सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से अपील की कि वे राहत सेवाएं प्रदान करने वाली संस्थाओं के लिए सुरक्षा के पूरे प्रबंध करें और सामग्री का नियमित रिकॉर्ड रखें।
शरारती तत्वों की निंदा
ज्ञानी कुलदीप सिंह ने उन शरारती तत्वों की कड़ी निंदा की जो इस संकट के समय में सांप्रदायिक और जातिवादी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न धर्मों और क्षेत्रों के लोगों ने पंजाब में चल रहे सेवा कार्यों की सराहना की है। उन्होंने सेवा प्रदान करने वाली संस्थाओं से ऐसे तत्वों की पहचान करने का आग्रह किया।