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पंजाब में बाढ़ राहत: सरकार का 'ऑपरेशन राहत' और मंत्री की सक्रियता

पंजाब में बाढ़ ने जनजीवन को प्रभावित किया है, लेकिन सरकार ने 'ऑपरेशन राहत' के तहत राहत कार्य शुरू किए हैं। शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने न केवल निगरानी की, बल्कि व्यक्तिगत रूप से मदद भी की। अन्य मंत्री भी सक्रिय हैं, और सरकार का प्रयास है कि कोई भी परिवार अकेला न महसूस करे। जानें कैसे मंत्री की तत्परता ने एक मरीज की जान बचाई और राहत कार्यों में अन्य मंत्री भी जुटे हैं।
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पंजाब में बाढ़ राहत: सरकार का 'ऑपरेशन राहत' और मंत्री की सक्रियता

पंजाब में बाढ़ का संकट

Punjab Flood Relief 2025: पंजाब इस समय भयंकर बाढ़ से जूझ रहा है, जिसने न केवल लोगों के घरों को नुकसान पहुँचाया है, बल्कि कृषि और दैनिक जीवन को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। इस कठिन परिस्थिति में, पंजाब सरकार ने 'ऑपरेशन राहत' के माध्यम से प्रभावित लोगों को नई उम्मीद दी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में, सरकार का पूरा दल राहत कार्यों में जुटा हुआ है, और कैबिनेट मंत्री भी गांवों में जाकर पीड़ितों की सहायता कर रहे हैं.


शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस की पहल

शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने दिखाई जिम्मेदारी
हरजोत सिंह बैंस ने 'ऑपरेशन राहत' को केवल एक सरकारी मुहिम नहीं, बल्कि मानवता का कार्य माना है। उन्होंने राहत कार्यों की निगरानी के साथ-साथ स्वयं भी लोगों के बीच जाकर सहायता प्रदान की। अपने परिवार से 5 लाख रुपये की मदद देकर उन्होंने लगभग 50 घरों की मरम्मत करवाई। इसके अतिरिक्त, उन्होंने गांवों में फॉगिंग, दवाइयों की व्यवस्था और पशुओं के टीकाकरण का काम किया। उन्होंने अपना घर भी जरूरतमंदों के लिए खोल दिया है, ताकि वे वहां शरण ले सकें. हर दिन वे अधिकारियों के साथ मिलकर राहत कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं.


मंत्री की तत्परता से बची एक जान

रास्ता खुलवाकर बचाई मरीज की जान
एक घटना ने मंत्री हरजोत सिंह बैंस की संवेदनशीलता को और उजागर किया। जब कांग्रेस पार्टी ने श्री आनंदपुर साहिब में हाईवे को जाम किया, तब एक एंबुलेंस ट्रैफिक में फंस गई, जिसमें एक गंभीर मरीज चंडीगढ़ जा रहा था। बैंस ने तुरंत अपनी पायलट गाड़ी से रास्ता खुलवाया और एंबुलेंस को समय पर निकालने में मदद की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोगों ने उनकी सराहना की। वहीं, कांग्रेस पर सवाल उठे कि इस तरह के समय में सड़कों को जाम करना न केवल प्रशासनिक बाधा है, बल्कि यह सीधे तौर पर ज़िंदगियों के साथ खिलवाड़ है.


अन्य मंत्री भी राहत कार्यों में जुटे

अन्य कैबिनेट मंत्री भी राहत कार्यों में सक्रिय
शिक्षा मंत्री के अलावा, पंजाब के अन्य मंत्री भी राहत कार्यों में पूरी तरह सक्रिय हैं। मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और बांधों की स्थिति की जांच की। उनकी पत्नी सरदारी सुहिंदर कौर ने गांव निसोके में राहत सामग्री और पशुओं के लिए चारा वितरित किया। ग्रामीण विकास मंत्री तरुणप्रीत सिंह सोढ़ ने भी प्रभावित गांवों में जाकर राशन, पीने का पानी और अन्य आवश्यक वस्तुएं वितरित कीं.


स्वास्थ्य और वित्त मंत्री की भूमिका

स्वास्थ्य और वित्त मंत्री ने निभाई अहम भूमिका
स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने पटियाला से 16 ट्रक राहत सामग्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भेजी और यह सुनिश्चित किया कि दवाइयों से लेकर पीने के पानी तक हर आवश्यक चीज समय पर लोगों तक पहुंचे। वहीं, वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने डिर्बा क्षेत्र में स्वयंसेवकों के साथ मिलकर राहत किट तैयार किए और हर घर तक मदद पहुंचाने का कार्य किया.


सरकार का प्रयास: हर पीड़ित तक मदद पहुंचाना

सरकार का प्रयास, हर पीड़ित तक पहुंचे मदद
पंजाब सरकार की यह कोशिश है कि इस आपदा में कोई भी परिवार अकेला महसूस न करे। 'ऑपरेशन राहत' केवल एक प्रशासनिक योजना नहीं, बल्कि सरकार की संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का प्रतीक बन गया है। कैबिनेट मंत्री, अधिकारी और स्वयंसेवक मिलकर लगातार यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर जरूरतमंद तक मदद पहुंचे. इस समय सरकार का हर कदम लोगों को यह भरोसा दिला रहा है कि वे अकेले नहीं हैं.