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पंजाब में बारिश से बाढ़ की स्थिति, किसानों की फसलें बर्बाद

पंजाब में लगातार बारिश के कारण ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे तरनतारन के तीन गांवों की 5000 एकड़ फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसान अब उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं। पठानकोट में जलालिया नदी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है, जिससे रिहायशी इलाकों में पानी घुसने की खबरें आई हैं। इसके अलावा, भूस्खलन की घटनाएं भी हुई हैं, जिससे सड़कें बाधित हो गई हैं। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
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पंजाब में बाढ़ की स्थिति

पंजाब के तरनतारन जिले में चोहला साहिब मंडल क्षेत्र में ब्यास नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। यह स्थिति पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश और पौंग बांध से पानी छोड़ने के कारण उत्पन्न हुई है। इससे तीन गांवों—चंबा कलां, धुन ढाये वाला और कम्बोह—के किसानों की लगभग 5000 एकड़ फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसान अब सरकार से उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
पठानकोट जिले में जलालिया नदी में भारी पानी आने से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सुबह करीब 7 बजे बाढ़ की स्थिति बन गई, जिससे पूरे क्षेत्र में पानी भर गया। नदी के किनारे की फसलें भी जलमग्न हो गई हैं। इसके अलावा, गांव आन्याल के कुछ रिहायशी इलाकों में भी पानी घुसने की सूचना मिली है।
बीती रात हुई बारिश के कारण पठानकोट के पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं भी हुईं। पठानकोट-डलहौज़ी राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन के कारण सड़क धंस गई, जिससे एक ट्रक चालक बाल-बाल बच गया। इस घटना के बाद हिमाचल प्रदेश में संपर्क टूट गया है और वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं।
पंजाब की नदियों, विशेषकर ब्यास और सतलुज, का जलस्तर बढ़ रहा है, जिससे गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। कई स्थानों पर पानी ने नुकसान भी पहुँचाया है।