पंजाब में लैंड पूलिंग नीति का विरोध: किसान संगठनों का ट्रैक्टर मार्च

किसानों का विरोध प्रदर्शन
बीते दिन पंजाब में किसान संगठनों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला, जबकि संसद में कांग्रेस सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने इस मुद्दे को उठाया।
चंडीगढ़: पंजाब सरकार अपनी नई लैंड पूलिंग नीति को किसानों के लिए लाभकारी बताने में लगी हुई है, लेकिन इसका विरोध तेजी से बढ़ रहा है। यह विरोध केवल किसान संगठनों तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस और शिअद भी इसका विरोध कर रहे हैं। हाल ही में किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला, जबकि अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने संसद में इस नीति को किसान विरोधी बताते हुए इसे तुरंत रद्द करने की मांग की।
किसानों की जमीन पर खतरा
लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने संसद में कहा कि पंजाब में किसानों से 5,000 एकड़ जमीन छीनी जा रही है। उन्होंने बताया कि बारिश के बावजूद सभी जिलों में किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने बिना किसी सर्वेक्षण या विशेषज्ञ की राय के हजारों एकड़ जमीन का अधिग्रहण करने का नोटिफिकेशन जारी किया है।
सरकार की नीति से प्रभावित परिवार
किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि इस लैंड पूलिंग नीति के कारण लगभग 20,000 किसान परिवार प्रभावित होंगे। इसके साथ ही गांवों में रहने वाले मजदूर भी बेरोजगार हो जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने 116 गांवों को नक्शे से हटाने की योजना बनाई है, जो एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। यह भ्रष्टाचार है और इससे कॉर्पोरेट घरानों और बिल्डरों को लाभ होगा, जिससे कम से कम एक लाख करोड़ रुपए का घोटाला होगा।