Newzfatafatlogo

पंजाब में सड़क सुरक्षा के लिए नई पहल: SSF और 'फरिश्ते' स्कीम से घटे हादसे

पंजाब की भगवंत मान सरकार ने सड़क सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाए हैं। सड़क सुरक्षा फोर्स (SSF) और 'फरिश्ते' स्कीम के माध्यम से राज्य में सड़क हादसों में कमी आई है। SSF ने आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए 768 लोगों की जान बचाई है, जबकि 'फरिश्ते' स्कीम के तहत घायल व्यक्तियों का मुफ्त इलाज किया जा रहा है। जानें इन पहलों के पीछे की कहानी और उनके प्रभाव के बारे में।
 | 
पंजाब में सड़क सुरक्षा के लिए नई पहल: SSF और 'फरिश्ते' स्कीम से घटे हादसे

पंजाब की सड़क सुरक्षा में सुधार की दिशा में कदम

पंजाब की सड़कों पर हमेशा से दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता था, जहां हर दिन औसतन 15-16 लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवा देते थे। इस गंभीर समस्या को ध्यान में रखते हुए, भगवंत मान की सरकार ने ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने केवल घोषणाएं नहीं कीं, बल्कि वास्तविकता में कार्यवाही की। इसके लिए दो महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की गई हैं: सड़क सुरक्षा फोर्स (SSF) और 'फरिश्ते' स्कीम। ये दोनों पहल मिलकर राज्य की सड़कों को सुरक्षित बनाने का प्रयास कर रही हैं.


सड़क सुरक्षा फोर्स (SSF)

भगवंत मान सरकार ने 2024 में देश का पहला समर्पित सड़क सुरक्षा फोर्स स्थापित किया। पंजाब की 4100 किलोमीटर लंबी सड़कों पर अब हर 30 किलोमीटर पर SSF की टीमें तैनात हैं। 144 हाईटेक वाहनों के साथ 1477 जवान सड़क हादसों को रोकने और घायलों को अस्पताल पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। SSF न केवल सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करती है, बल्कि ट्रैफिक नियंत्रण, नशे की तस्करी और अन्य अपराधों में भी पुलिस का सहयोग करती है.


आधुनिक तकनीक का उपयोग

SSF पूरी तरह से आधुनिक तकनीक से लैस है। स्पीड गन, बॉडी कैमरा, ई-चालान सिस्टम और AI तकनीक का उपयोग कर पुलिसिंग को स्मार्ट, तेज और पारदर्शी बनाया गया है। 2024 में SSF के क्षेत्रों में स्कूल जाते हुए किसी भी बच्चे की सड़क हादसे में मौत नहीं हुई। इस पहल के परिणामस्वरूप फरवरी से अक्टूबर 2024 के बीच 768 लोगों की जान बचाई गई और सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 45.55% की कमी आई।


'फरिश्ते' स्कीम

सड़कों पर दुर्घटना में घायल व्यक्ति को मदद करने से डर लगता था। इसे दूर करने के लिए 2024 में 'फरिश्ते' स्कीम शुरू की गई। इस योजना के तहत दुर्घटना में घायल किसी भी व्यक्ति का इलाज मुफ्त किया जाता है, जब तक वह पूरी तरह ठीक न हो जाए। जो लोग घायल को अस्पताल पहुंचाते हैं, उन्हें सरकार 'फरिश्ता' कहती है और 2,000 रुपये नकद पुरस्कार तथा प्रशंसा पत्र देती है। इस योजना में मदद करने वाले से कोई पूछताछ नहीं की जाती, जिससे लोग बेझिझक मदद कर सकें.


परिणाम और उपलब्धियां

SSF और 'फरिश्ते' स्कीम के संयुक्त प्रयासों से पंजाब में सड़क हादसों में भारी कमी आई है। अब तक 37110 जिंदगियां बचाई जा चुकी हैं। 287 महिलाएं SSF का हिस्सा बनकर सुरक्षा और भरोसे की ड्यूटी निभा रही हैं। मान सरकार ने यह साबित किया है कि प्रशासन केवल नियम बनाने के लिए नहीं, बल्कि जनता की सुरक्षा और जीवन की रक्षा के लिए भी काम करता है.