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पंजाब में सेना ने बाढ़ में फंसे 22 CRPF जवानों और नागरिकों को बचाया

पंजाब के पठानकोट जिले में भारतीय सेना ने बाढ़ में फंसे 22 CRPF जवानों और तीन नागरिकों को सफलतापूर्वक बचाया। यह घटना तब हुई जब तेज बारिश के कारण ये लोग एक इमारत में शरण लेने को मजबूर हो गए थे। सेना की तत्परता ने एक बड़े हादसे को टाल दिया। जानें इस बचाव अभियान की पूरी कहानी और पंजाब में बाढ़ की स्थिति के बारे में।
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सेना की तत्परता से बचाव अभियान

उत्तरी भारत में मानसून के कहर के बीच, पंजाब के पठानकोट जिले से राहत की एक महत्वपूर्ण खबर आई है। भारतीय सेना ने माधोपुर हेडवर्क्स के निकट फंसे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 22 जवानों और तीन नागरिकों को सुरक्षित निकाल लिया। ये सभी लोग मंगलवार को हुई तेज बारिश और जलस्तर में वृद्धि के कारण माधोपुर क्षेत्र में एक इमारत में शरण लेने को मजबूर हो गए थे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, बुधवार सुबह लगभग छह बजे सेना ने एक विशेष बचाव अभियान शुरू किया। राहत की बात यह है कि जिस इमारत में ये लोग फंसे थे, वह अभियान के पूरा होते ही ढह गई। सेना और स्थानीय प्रशासन की तत्परता ने एक बड़े हादसे को टाल दिया।


भारतीय सेना ने एक बयान में कहा, “यह सफल कार्रवाई हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जिसमें हर परिस्थिति में आम लोगों और सुरक्षाबलों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।”


पंजाब में बाढ़ की स्थिति गंभीर है। राज्य में लगातार हो रही बारिश के कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मौसम विभाग ने बुधवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में मध्यम वर्षा की संभावना जताई है। हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भी भारी बारिश हुई है, जिससे निचले क्षेत्रों पर असर पड़ा है। सतलुज, व्यास और रावी नदियों के साथ-साथ मौसमी नाले उफान पर हैं।


स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, पौंग, भाखड़ा और रणजीत सागर बांधों से पानी छोड़ना पड़ा है। इसके परिणामस्वरूप कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।


राज्य सरकार ने संकट की स्थिति पर नियंत्रण रखने के लिए जालंधर में केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल और अन्य मंत्री प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। मंत्री गोयल ने बताया कि जिला प्रशासन और संबंधित विभागों के अधिकारियों को स्थलों पर लगातार मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं। आपात स्थिति को देखते हुए सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं ताकि जनता को समय पर राहत और सहायता प्रदान की जा सके।