पंजाब सीएम ने भाजपा पर लगाया पंजाब विरोधी मानसिकता का आरोप
पंजाब विश्वविद्यालय में केंद्र सरकार का दखल
पंजाब सीएम भगवंत सिंह मान ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वह पंजाब विश्वविद्यालय में अनधिकृत तरीके से प्रवेश करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस प्रयास को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देगी। मान ने बताया कि चंडीगढ़ स्थित यह विश्वविद्यालय पंजाब की सांस्कृतिक और साहित्यिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि विश्वविद्यालय के अस्तित्व को बदलने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन पंजाब सरकार विद्यार्थियों के हितों की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित है।
भाजपा की पंजाब विरोधी नीति
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह पंजाब को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस समारोहों में राज्य की झांकियों को शामिल नहीं होने देती। इसके अलावा, बीबीएमबी और पंजाब विश्वविद्यालय जैसे मुद्दों में बेवजह हस्तक्षेप भाजपा की राज्य विरोधी सोच को दर्शाता है।
चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर चिंता
मान ने भारतीय चुनाव आयोग की घटती विश्वसनीयता को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया। उन्होंने कहा कि यदि कोई राजनीतिक दल ईवीएम और वोटिंग प्रक्रिया पर सवाल उठा रहा है, तो चुनाव आयोग को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। लेकिन आयोग इस पर चुप है, जबकि भाजपा उसके प्रवक्ता की तरह कार्य कर रही है, जो पूरी तरह से गलत है।
कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेतृत्व पर भी निशाना साधा, कहा कि न केवल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बल्कि पूरी कांग्रेस राजशाही मानसिकता से ग्रसित है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब राजा वड़िंग ने असंवेदनशील बयान दिया है। यह घमंडी नेताओं की पुरानी आदत बन चुकी है।
