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पटना में दो मासूमों की हत्या का चौंकाने वाला खुलासा

पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र में दो मासूम भाई-बहन की हत्या के मामले में पुलिस ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। यह हत्या एकतरफा प्रेम में अस्वीकृति के कारण हुई। मुख्य आरोपी शुभम कुमार और उसके साथी रोशन कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या की योजना एक सप्ताह पहले बनाई गई थी, और घटना के बाद स्थानीय विधायक समेत 30 लोगों पर FIR दर्ज की गई है। जानें इस जघन्य अपराध की पूरी कहानी और पुलिस की जांच के बारे में।
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पटना में दो मासूमों की हत्या का चौंकाने वाला खुलासा

हत्या की साजिश का खुलासा

पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र में नदवा गांव में दो छोटे भाई-बहन की क्रूर हत्या के मामले में पुलिस ने एक चौंकाने वाला तथ्य उजागर किया है। यह घटना न तो लूटपाट का परिणाम थी और न ही पारिवारिक दुश्मनी का नतीजा, बल्कि एकतरफा प्रेम में अस्वीकृति ने इस जघन्य अपराध को जन्म दिया। पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि पुलिस ने इस दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी शुभम कुमार (19) और उसके साथी रोशन कुमार (19) को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया था, जिसने इस मामले की गहराई में जाकर जांच की।


हत्या की योजना

एसएसपी के अनुसार, इस हत्या की योजना एक सप्ताह पहले बनाई गई थी। घटना की रात, आरोपी ने दुकान से केरोसिन तेल खरीदकर सीधे लड़की के घर पहुंचा। वहां उसने पहले सो रहे 10 वर्षीय भाई को ईंट से कुचलकर मार डाला और फिर 15 वर्षीय बहन की भी हत्या कर दी। इसके बाद दोनों ने दरवाजा बंद कर फरार हो गए।


मामले का विवरण

शुभम और मृतका पहले स्कूल के दिनों में एक-दूसरे के संपर्क में थे, लेकिन परिवार की नाराजगी के कारण उनका संपर्क टूट गया। हाल ही में शुभम को पता चला कि लड़की किसी और के साथ है, जिससे वह गुस्से में आ गया और यह कदम उठाया। पूछताछ में शुभम ने कहा कि अगर वह मेरी नहीं हो सकती, तो किसी और की भी नहीं होगी। हालांकि हत्या की योजना शुभम की थी, लेकिन रोशन ने सबूत मिटाने में उसकी मदद की। रोशन और मृतका भी एक-दूसरे को जानते थे, जिससे पुलिस को उस पर शक हुआ और वह भी गिरफ्तार हो गया।


स्थानीय विधायक और अन्य पर FIR

जानीपुर थाना क्षेत्र के नगवां गांव में हुई इस घटना ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया। अपराधियों ने दिनदहाड़े घर में घुसकर दो मासूमों की बेरहमी से हत्या की। आरोपियों ने सबूत मिटाने के इरादे से शवों को जलाने की भी कोशिश की। जब मां शोभा देवी दोपहर ड्यूटी से घर लौटीं, तो दरवाजा खुला मिला लेकिन अंदर का कमरा बंद था। शक होने पर उन्होंने पास में काम कर रहे मजदूरों की मदद ली। दरवाजा खोला गया तो अंदर का दृश्य भयावह था। बेटी का शव बुरी तरह जला हुआ बेड पर था, जबकि बेटे का शव दूसरे कमरे में मिला। इस हत्या के बाद भड़की हिंसा और हंगामे के दौरान स्थानीय विधायक समेत 30 अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। इन पर पुलिस के काम में बाधा डालने, सड़क जाम करने और तोड़फोड़ करने के आरोप लगाए गए।