पटना में भाजपा नेता सुरेंद्र केवट की हत्या: क्या है कानून व्यवस्था की स्थिति?

भाजपा नेता की हत्या से बढ़ी चिंता
पटना में एक बार फिर से अपराधियों ने अपनी हिम्मत का परिचय दिया है, जब भाजपा नेता सुरेंद्र केवट की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना व्यापारी गोपाल खेमका की हत्या के कुछ ही दिनों बाद हुई है, जिसने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
घटना का विवरण
सुरेंद्र केवट, जो एक पशु चिकित्सक, किसान और भाजपा के सक्रिय सदस्य थे, को शनिवार रात बाइक पर सवार हमलावरों ने शेखपुरा गांव में गोली मारी। गंभीर रूप से घायल होने के बाद उन्हें एम्स पटना ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई.
खेत से लौटते समय हुआ हमला
जानकारी के अनुसार, सुरेंद्र रात में अपने खेत के पास सिंचाई के लिए लगे पंप को बंद करने गए थे। जब वह लौट रहे थे, तभी बाइक पर सवार दो हमलावरों ने उन पर नजदीक से गोली चला दी.
हमलावरों की नजदीकी गोलीबारी
स्थानीय गवाहों के अनुसार, हमलावरों ने सुरेंद्र को बेहद नजदीक से चार गोलियां मारी और फिर मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही उनके परिजन उन्हें एम्स ले गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद पीपरा थाना प्रभारी आरके पाल ने बताया कि बाइक पर सवार दो अपराधियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आसपास के इलाकों के CCTV फुटेज की जांच की जा रही है.
पटना में दूसरी हाई-प्रोफाइल हत्या
सुरेंद्र केवट की हत्या से पहले इसी सप्ताह पटना के गांधी मैदान क्षेत्र में व्यापारी गोपाल खेमका की भी गोली मारकर हत्या की गई थी। इन लगातार हत्याओं ने राजधानी में कानून व्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ा दी है.
तेजस्वी यादव का बयान
इस घटना के बाद, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर नीतीश सरकार पर हमला बोला। उन्होंने लिखा, "पटना में भाजपा नेता को गोली मार दी गई! क्या कहें और किससे कहें?"