पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या, 2018 में बेटे की भी हुई थी हत्या

पटना में हुई दिल दहला देने वाली घटना
पटना क्राइम न्यूज: शुक्रवार की रात, पटना ने एक भयावह घटना का सामना किया। शहर के प्रसिद्ध व्यवसायी गोपाल खेमका की उनके अपार्टमेंट के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। खेमका एग्जीबिशन रोड पर स्थित एक अपार्टमेंट में निवास करते थे और उस रात बांकीपुर क्लब से लौट रहे थे। जैसे ही वे अपार्टमेंट के मुख्य गेट के पास पहुंचे, पहले से घात लगाए हुए अपराधियों ने उन्हें निशाना बनाते हुए सिर में गोली मारी।
घटना के बाद की स्थिति
गोली की आवाज सुनकर अपार्टमेंट का गार्ड मौके पर पहुंचा, लेकिन तब तक अपराधी भाग चुके थे। गंभीर अवस्था में खेमका को तुरंत एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस चौंकाने वाली घटना ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और अपार्टमेंट के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। जिस तरह से यह वारदात की गई, उससे यह स्पष्ट होता है कि अपराधी पेशेवर थे और उन्होंने पहले से योजना बनाई थी।
खेमका परिवार का पिछला दुख
2018 में बेटे की हत्या
यह पहली बार नहीं है जब खेमका परिवार को इस तरह के दुख का सामना करना पड़ा है। 20 दिसंबर 2018 को हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया था, लेकिन हत्या के कारणों का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है। उस मामले में गिरफ्तार मस्तु सिंह की भी हत्या कर दी गई थी।
शोक और आक्रोश का माहौल
व्यवसायिक जगत में चिंता
घटना के बाद व्यवसायिक समुदाय में शोक और आक्रोश का माहौल है। व्यवसायियों और शहरवासियों ने कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता जताई है और सरकार से अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की। फिलहाल, पुलिस इसे आपराधिक रंजिश या व्यावसायिक दुश्मनी से जोड़कर जांच कर रही है, लेकिन अब तक किसी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है।
पप्पू यादव का समर्थन
परिजनों से मिलने पहुंचे पप्पू यादव
घटना के बाद सिटी एसपी पटना दीक्षा कुमारी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव भी गोपालगंज में खेमका के घर पहुंचे। वहां उन्होंने परिजनों से मुलाकात की। गोपाल खेमका की हत्या पटना पुलिस के लिए एक चुनौती बन गई है। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी पटना कार्तिकेय के शर्मा ने चार विशेष पुलिस टीमों का गठन किया है। डीजीपी विनय कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसटीएफ को कार्य सौंपा है।