पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या: पुलिस की त्वरित कार्रवाई

हत्या की जांच में तेजी
पटना: बिहार की राजधानी में शुक्रवार रात को व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या के मामले में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विनय कुमार ने रविवार को एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि अगले एक-दो दिनों में इस हत्या की पूरी जानकारी सामने आ जाएगी।
पुलिस की छापेमारी
डीजीपी ने बताया कि पटना और वैशाली जिलों में रातभर पुलिस की कई टीमें विभिन्न स्थानों पर छापे मारती रहीं। इस दौरान कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है। गोपाल खेमका पर गोली चलाने वाले हमलावर को घटनास्थल और शहर के अन्य हिस्सों में लगे सीसीटीवी कैमरों में ट्रैक किया गया है। हमलावर की मोटरसाइकिल की पहचान हो चुकी है, लेकिन हेलमेट पहनने के कारण उसका चेहरा स्पष्ट नहीं हो पाया है। विनय कुमार ने आश्वासन दिया कि जल्द ही इस हत्या की पूरी कहानी सामने आएगी।
पुलिस की विशेष टीम का गठन
शनिवार को उन्होंने कहा, "यह एक दुखद घटना है। मामले की जांच के लिए विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की पूरी टीम को लगाया गया है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही मामले का खुलासा होगा।" उल्लेखनीय है कि 2018 में हाजीपुर औद्योगिक थाना क्षेत्र में उनके बेटे की भी हत्या की गई थी, जिसका सफलतापूर्वक खुलासा किया गया था। वर्तमान मामले में भी हत्या के पीछे के संभावित कारणों की जांच की जा रही है।
परिवार का बयान
गौरतलब है कि शुक्रवार रात को अपराधियों ने उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या कर दी। यह वारदात गांधी मैदान थाना क्षेत्र में रामगुलाम चौक के पास हुई। इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है। इस घटना से व्यवसायी समुदाय में आक्रोश है।
मृतक के भाई शंकर खेमका ने शनिवार को मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि उनके भाई की किसी से दुश्मनी नहीं थी। उन्होंने कहा, "हमें नहीं लगता कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी थी। वह रोज सुबह 10 बजे अपने ऑफिस जाते थे और अपने काम में व्यस्त रहते थे।"