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पटना में व्यापारी गोपाल खेमका की हत्या: सीसीटीवी फुटेज से खुलासा

पटना में व्यापारी गोपाल खेमका की हत्या ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सीसीटीवी फुटेज में दिखाया गया है कि एक हेलमेट पहने शूटर ने खेमका की गाड़ी के पास जाकर उन पर फायरिंग की और फिर आराम से भाग गया। घटना के बाद पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि घटनास्थल से पुलिस को आने में काफी समय लगा। गोपाल खेमका एक प्रमुख उद्योगपति थे, जिनकी हत्या से उनके परिवार में शोक की लहर है।
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पटना में व्यापारी गोपाल खेमका की हत्या: सीसीटीवी फुटेज से खुलासा

गोपाल खेमका की हत्या का मामला

गोपाल खेमका की हत्या का सीसीटीवी फुटेज: बिहार की राजधानी पटना में व्यापारी गोपाल खेमका की हत्या ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना गांधी मैदान थाना से केवल 500 मीटर की दूरी पर उनके अपार्टमेंट के बाहर हुई। सीसीटीवी फुटेज से यह स्पष्ट होता है कि एक अकेला शूटर खेमका की हत्या करके आसानी से भाग जाता है, जिससे यह प्रतीत होता है कि उसे कानून का कोई डर नहीं था।

सीसीटीवी फुटेज में एक हेलमेट पहने व्यक्ति को दिखाया गया है, जो अपार्टमेंट के सामने बाइक पर बैठा है। जैसे ही गोपाल खेमका की गाड़ी अपार्टमेंट के गेट के पास पहुंचती है, शूटर बाइक से उतरता है और गाड़ी के पास जाकर फायरिंग करता है। इसके बाद वह बाइक पर लौटकर आराम से भाग जाता है। वीडियो से यह भी पता चलता है कि हत्यारे के पास भागने के लिए पर्याप्त समय था। खेमका की कार के पीछे एक और गाड़ी थी, लेकिन उसमें बैठे लोग कुछ समझ पाते, तब तक हत्यारा भाग चुका था। वीडियो में गेट खोलने वाला गार्ड भी नजर आता है, जो खेमका की कार के रुकने के लगभग 20 सेकंड बाद आता है। यह घटना शुक्रवार रात 11:38 बजे की है।

गोपाल खेमका की हत्या के बाद पटना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। पीड़ित परिवार का कहना है कि गांधी मैदान थाना घटनास्थल से केवल 500 मीटर दूर है, जहां से कोई भी पैदल पांच मिनट में पहुंच सकता है, लेकिन पुलिस को आने में डेढ़ घंटे से अधिक समय लगा। इस हत्या ने गांधी मैदान क्षेत्र में यह सवाल खड़ा कर दिया है कि पैट्रोलिंग करने वाले पुलिस अधिकारी कहां थे। मृतक के भाई शंकर खेमका ने बताया कि गोपाल बांकीपुर क्लब के डायरेक्टर थे और रात में वहीं से लौट रहे थे। उन्होंने किसी झगड़े या विवाद से इनकार किया और कहा कि पुलिस को पता लगाना चाहिए कि गोपाल को किसने और क्यों मारा। गोपाल खेमका के भाई ने बताया कि उन्हें बेटे-बहू ने अस्पताल ले जाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि सूचना देने के बाद गांधी मैदान थाना पुलिस रात 1:30 बजे, टाउन डीएसपी एसपी पौने 2 बजे और सिटी एसपी 2:30 बजे पहुंचे।

यह ध्यान देने योग्य है कि गोपाल खेमका भारतीय जनता पार्टी (BJP) और हेल्थकेयर बिजनेस से जुड़े एक प्रमुख उद्योगपति थे। उन्होंने MBBS की डिग्री प्राप्त की थी और इसके बाद हेल्थकेयर क्षेत्र में अपना व्यवसाय शुरू किया। राजेंद्र नगर में उनका मगध अस्पताल काफी प्रसिद्ध है। इसके अतिरिक्त, वे पेट्रोल पंप भी चलाते थे और बांकीपुर क्लब के पूर्व सचिव रह चुके थे। इससे पहले, 2018 में हाजीपुर में गोपाल खेमका के बड़े बेटे गुंजन की हत्या हुई थी, जब वह अपनी फैक्ट्री से निकल रहे थे। उस समय उनके बेटे की हत्या फैक्ट्री गेट पर हुई थी। गोपाल खेमका को बेटे गुंजन की हत्या के बाद पुलिस सुरक्षा मिली थी, लेकिन बाद में इसे हटा लिया गया।