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पडरौना में स्वर्ण व्यवसायी को मिली धमकी, आरोपी गिरफ्तार

पडरौना में एक प्रतिष्ठित स्वर्ण व्यवसायी को वॉट्सऐप पर धमकी मिलने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। आरोपी ने खुद को 'AK-47 गैंग' का सदस्य बताते हुए ₹5 करोड़ की रंगदारी मांगी। पुलिस ने तकनीकी सहायता से आरोपी की पहचान की और उसे गिरफ्तार कर लिया। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में सुरक्षा के प्रति चिंता बढ़ा दी थी, लेकिन अब गिरफ्तारी ने यह संदेश दिया है कि इंटरनेट पर धमकी देने वाले भी कानून के दायरे में आ सकते हैं।
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धमकी का मामला और पुलिस की कार्रवाई

पडरौना क्षेत्र के एक प्रसिद्ध स्वर्ण व्यवसायी और पूर्व विधानसभा उम्मीदवार अंशुमान बंका को एक अज्ञात व्यक्ति ने वॉट्सऐप पर धमकी दी। आरोपी ने खुद को 'AK-47 गैंग' का सदस्य बताते हुए ₹5 करोड़ की रंगदारी मांगी और चेतावनी दी कि उनके बेटे को स्कूल से उठा लिया जाएगा। धमकी मिलने के कुछ घंटों बाद, व्यवसायी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि घटनास्थल की जांच के छह घंटे के भीतर FIR दर्ज की गई और एक मल्टी-टीम टास्क फोर्स का गठन किया गया, जिसमें SWAT टीम, साइबर सेल और निगरानी इकाई शामिल थीं।


पुलिस ने तकनीकी और इलेक्ट्रॉनिक ट्रेसिंग के माध्यम से आरोपी की पहचान की, जो आर्यन उपाध्याय नामक व्यक्ति के रूप में सामने आया। गिरफ्तारी के समय आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने अकेले ही धमकी दी थी और कोई गैंग नहीं है। उसने बताया कि यह धमकी गुस्से में दी गई थी और गैंग का नाम केवल डराने के लिए बनाया गया था। पूछताछ में यह भी पता चला कि उसी नंबर से कुछ सप्ताह पहले एक पत्रकार को भी धमकी दी गई थी। पुलिस ने उसके खिलाफ अलग FIR (No. 283/2025) दर्ज की है, जिसमें BNS 351(2) और IT Act 67 के तहत मामला दर्ज किया गया है।


घटना के समय परिवार में भय का माहौल था, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई और तकनीकी सहायता से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया और मोबाइल फोन जैसे सबूत भी बरामद किए गए। एसपी मिश्रा ने कहा कि आरोपी ने पुलिस की निगरानी में यह साजिश रची, लेकिन उसे पकड़ना पुलिस के लिए चुनौती नहीं रहा। इस घटना के बाद, स्थानीय लोग और पत्रकार संगठन पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठा रहे थे। अब जब आरोपी गिरफ्तार हो गया है, तो यह घटना यह संदेश देती है कि इंटरनेट पर धमकी देने वाले भी कानून के दायरे में आ सकते हैं।