पाकिस्तान की UNSC में इजरायल से हुई तीखी बहस, ओसामा बिन लादेन का जिक्र

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में विवाद
नई दिल्ली - पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में दोहा हमले के संदर्भ में इजरायल पर आरोप लगाने की कोशिश की, लेकिन इसका परिणाम उल्टा पड़ा। इजरायल के राजदूत ने पाकिस्तान को ओसामा बिन लादेन की याद दिलाते हुए जवाब दिया।
गुरुवार को यह विवादास्पद चर्चा यूएनएससी की आपातकालीन बैठक में हुई, जिसका मुख्य विषय 'मध्य पूर्व की स्थिति' था। इस बैठक का आयोजन अल्जीरिया, पाकिस्तान और सोमालिया ने किया था, जिसे फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम का समर्थन प्राप्त था। पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत असीम इफ्तिखार अहमद ने इजरायली हमले की कड़ी निंदा की, इसे गैरकानूनी और कतर की संप्रभुता का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा, "यह हमला इजरायल की आक्रामकता का हिस्सा है, जो क्षेत्रीय शांति को कमजोर करता है।"
इजरायल ने पाकिस्तान के निंदा प्रस्ताव का सटीक जवाब दिया। इजरायल के स्थायी प्रतिनिधि डैनी डैनॉन ने पाकिस्तान में ओसामा बिन लादेन के खात्मे का उदाहरण देते हुए कहा, "जब बिन लादेन को पाकिस्तान में मारा गया, तो किसी ने यह नहीं पूछा कि एक आतंकवादी को विदेशी धरती पर क्यों निशाना बनाया गया। सवाल यह है कि उसे पनाह क्यों दी गई?" उन्होंने यह भी कहा कि बिन लादेन को कोई छूट नहीं मिलनी चाहिए, और न ही हमास को।
इस पर, पाकिस्तान ने तुरंत प्रतिक्रिया दी, और राजदूत अहमद ने इस तुलना को "अस्वीकार्य और हास्यास्पद" बताया। इजरायली राजदूत ने फिर से पाकिस्तान और अन्य सहयोगी देशों पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "आप इस तथ्य को नहीं बदल सकते कि 9/11 हुआ था, और ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में मारा गया था।"