पाकिस्तान की मिसाइल परीक्षण में हुई बड़ी गलती, शाहीन-III ने खुद को ही किया नुकसान
पाकिस्तान ने हाल ही में अपनी शाहीन-III मिसाइल का परीक्षण किया, जो अपने लक्ष्य से भटककर खुद पाकिस्तान के ऊपर ही फट गई। यह घटना डेरा गाजी खान के पास हुई, जहां धमाके की आवाज़ दूर-दूर तक सुनाई दी। इस घटना ने न केवल पाकिस्तान की सैन्य क्षमता पर सवाल उठाए, बल्कि बलूचिस्तान के लोगों की सुरक्षा को भी खतरे में डाल दिया। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और पाकिस्तान की मिसाइल विफलताओं का इतिहास।
Jul 23, 2025, 14:51 IST
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पाकिस्तान में मिसाइल परीक्षण की विफलता
आपने सुना होगा कि जब किसी का समय खराब होता है, तो वह सबसे अच्छे उपायों के बावजूद भी मुसीबत में पड़ जाता है। पाकिस्तान के साथ इस समय कुछ ऐसा ही हो रहा है। वह अपने पड़ोसी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हर बार उसे भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। हाल ही में, पाकिस्तान में एक बड़ी घटना हुई है, जिसमें लोगों को जान बचाने के लिए भागना पड़ा। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान ने अपनी शाहीन मिसाइल का परीक्षण किया था, जिसे वह अपनी सबसे बड़ी ताकत मानता है।
मिसाइल का परीक्षण और उसका परिणाम
पाकिस्तान के ऊपर ही फट गई मिसाइल
शाहीन मिसाइल अपने लक्ष्य से भटक गई और पाकिस्तान के ऊपर ही फट गई। यह घटना डेरा गाजी खान के पास एक परमाणु केंद्र के निकट हुई। धमाका इतना जोरदार था कि लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डर रहे थे। बलूचिस्तान के नेताओं ने सोशल मीडिया पर इस घटना का मलबा दिखाते हुए पाकिस्तान की नाकामियों का मजाक उड़ाया।
शाहीन-III मिसाइल की विशेषताएँ
पाकिस्तान की शाहीन-III मिसाइल की ताकत
शाहीन-III को पाकिस्तान की सबसे लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल माना जाता है, जिसकी मारक क्षमता 2,750 किलोमीटर है। यह मिसाइल अंडमान और निकोबार द्वीप समूह सहित पूरे भारत को निशाना बना सकती है। यह ठोस ईंधन वाली और सड़क-चालित है, जो परमाणु या पारंपरिक आयुध ले जा सकती है। इसकी गति और गतिशीलता इसे एक विश्वसनीय निवारक बनाती है।
चीनी तकनीक का प्रभाव
चीनी माल ने दिया धोखा
पाकिस्तान ने इसे 2000 में चीन की तकनीक से विकसित करना शुरू किया था। ऐसे में, चीनी तकनीक पर भरोसा करना पाकिस्तान के लिए घातक साबित हो सकता है। यह मिसाइल पाकिस्तान की रक्षा रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
घटना का विवरण
पाकिस्तान ने किया शाहीन-III मिसाइल का टेस्ट
22 जुलाई को पाकिस्तान ने डेरा गाज़ी खान से शाहीन-III का परीक्षण किया, लेकिन यह अपने लक्ष्य से भटक गई और बलूचिस्तान में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह घटना मानव बस्तियों से केवल 500 मीटर की दूरी पर हुई। विस्फोट की आवाज़ 20-50 किलोमीटर दूर तक सुनी गई।
घटना को छिपाने की कोशिश
घटना को दबाने की कोशिश
इस घटना ने पाकिस्तान की सैन्य क्षमता पर सवाल उठाए हैं। पाकिस्तानी सेना ने इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया और मीडिया को रोका। डीजी खान कमिश्नर ने इसे एक ध्वनि विस्फोट बताया, जबकि असलियत कुछ और थी।
डेरा गाज़ी खान का महत्व
डेरा गाज़ी खान में महत्वपूर्ण परमाणु केंद्र
डेरा गाज़ी खान पाकिस्तान के सबसे बड़े परमाणु परिसर का स्थल है। यहाँ यूरेनियम भंडारण और प्रसंस्करण की महत्वपूर्ण सुविधाएँ हैं। अगर मिसाइल वास्तव में इस परिसर से टकराती, तो परिणाम विनाशकारी हो सकते थे।
पाकिस्तान की मिसाइल विफलताओं का इतिहास
पाकिस्तान में मिसाइल परीक्षणों के असफल होने का एक लंबा इतिहास रहा है। उदाहरण के लिए, अक्टूबर 2023 में एक परीक्षण विफल रहा, जिसके परिणामस्वरूप डेरा गाज़ी खान में विस्फोट हुआ। इसी तरह, जनवरी 2021 में भी एक परीक्षण विफल रहा, जिससे रिहायशी इलाके में नुकसान हुआ।