Newzfatafatlogo

पाकिस्तान की मिसाइलों की विफलता: भारतीय तकनीक की नकल में असफलता

पाकिस्तान की मिसाइलों की विफलता ने उनके सैन्य दावों को चुनौती दी है। भारतीय ब्रह्मोस जैसी मिसाइलों के खिलाफ उनकी नकल की कोशिशें बार-बार असफल हो रही हैं। हाल ही में, पाकिस्तान की अबाबील और शाहीन-3 मिसाइलों के परीक्षण विफल रहे हैं, जिससे उनकी तकनीकी क्षमता पर सवाल उठ रहे हैं। जानिए कैसे पाकिस्तान अब भारतीय मिसाइलों की नकल करने की कोशिश कर रहा है और इसके पीछे की वजहें क्या हैं।
 | 

पाकिस्तान की मिसाइलों पर संकट

पाकिस्तानी सेना ने हाल ही में भारतीय ब्रह्मोस जैसी सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलों के खिलाफ अपनी असफलताओं के बाद 'मेड इन चाइना' मिसाइलों पर भरोसा खो दिया है। अब, पाकिस्तानी वैज्ञानिक भारतीय मिसाइलों की नकल करने की कोशिश कर रहे हैं। हाल ही में, मुनीर की सेना ने दावा किया कि उन्होंने अग्नि-5 जैसी मिसाइल विकसित की है, लेकिन परीक्षण के दौरान यह मिसाइल उड़ने के बजाय सीधे जमीन पर गिर गई।
पाकिस्तान में यह पहली बार नहीं हुआ है। जुलाई में ही दो मिसाइल दुर्घटनाएँ हो चुकी हैं। हाल ही में, शाहीन-3 मिसाइल का परीक्षण बलूचिस्तान में एक परमाणु परियोजना के निकट विफल रहा। अबाबील मिसाइल का परीक्षण भी इसी तरह विफल हुआ।
भारत की मिसाइलों की नकल क्यों नहीं हो सकती? जब भारत ब्रह्मोस दागता है, तो दुश्मन के खेमे में हड़कंप मच जाता है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आसिम मुनीर और शाहबाज़ शरीफ़ को इसका अनुभव हुआ। दूसरी ओर, पाकिस्तान के मिसाइल परीक्षणों में बार-बार विफलता देखने को मिल रही है।
अबाबील मिसाइल का 13वां परीक्षण भी विफल रहा। पाकिस्तान की मिसाइलों की शक्ति और क्षमता पर सवाल उठ रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी सेना के दावों की पोल खुल गई थी, और अब उनके परमाणु बम की ताकत भी उजागर हो रही है।
पाकिस्तान ने चीन से खरीदी गई पीएल 15 मिसाइलें भारत पर दागी थीं, लेकिन इनका वार रेट शून्य साबित हुआ। पाकिस्तानी मिसाइलें या तो उनकी सीमा में गिरीं या भारत के अंदर। भारत के एस-400 ने भी इन मिसाइलों को नाकाम कर दिया। अब पाकिस्तान भारतीय मिसाइलों की नकल करने की कोशिश कर रहा है, और अबाबील मिसाइल को इसी दिशा में एक कदम माना जा रहा है।