पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री का बयान: द्विपक्षीय वार्ता की आवश्यकता
संघर्ष विराम पर ट्रंप का दावा और भारत का रुख
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने 'ऑपरेशन सिन्दूर' के स्थगन के तुरंत बाद टेलीविजन पर आकर कहा था कि उनके हस्तक्षेप और टैरिफ लगाने की धमकी के कारण संघर्ष विराम हुआ। हालांकि, भारत ने स्पष्ट किया कि यह संघर्ष विराम पाकिस्तान और भारत के सेना अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद हुआ, जिसमें पाकिस्तान ने संघर्ष विराम की मांग की थी। ट्रंप ने भारत पर टैरिफ लगाने के पहले और बाद में भी संघर्ष विराम कराने का दावा किया है। भारत ने अपने रुख पर कायम रहते हुए विपक्षी दलों को ट्रंप के बयानों के आधार पर मोदी सरकार को घेरने का मौका दिया है।
पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री का बयान
जब एक न्यूज चैनल ने पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार से 'ऑपरेशन सिन्दूर' में तीसरे पक्ष की भूमिका के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि उन्हें कोई समस्या नहीं है। लेकिन भारत ने स्पष्ट किया है कि यह एक द्विपक्षीय मुद्दा है। डार ने कहा कि वार्ता में आतंकवाद, व्यापार, अर्थव्यवस्था और जम्मू-कश्मीर जैसे मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि जब 10 मई को सैक्रेटरी रूबियो ने सीजफायर का प्रस्ताव दिया, तो उन्हें बताया गया कि भारत और पाकिस्तान के बीच जल्द ही स्वतंत्र मंच पर बातचीत होगी।
विपक्षी नेताओं की स्थिति
विपक्षी नेता राहुल गांधी और अन्य दलों के नेता, जो पहले ट्रंप के बयानों को लेकर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे थे, अब पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री डार के बयान के बाद अपने रवैये पर शर्मिंदा हो सकते हैं। हालांकि, राजनीतिज्ञों की चमड़ी मोटी होती है, इसलिए शर्मिंदगी का एहसास कम ही होता है। लेकिन पाकिस्तान के कबूलनामे के बाद उन्हें अपनी गलती का एहसास जरूर हुआ होगा।
मुख्य संपादक का संदेश
-इरविन खन्ना, मुख्य संपादक