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पाकिस्तान के जासूसी नेटवर्क का खुलासा: मैडम एन की भूमिका

हाल ही में ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी ने पाकिस्तान के जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस मामले में एक प्रमुख पाकिस्तानी एजेंट, जिसे 'मैडम एन' के नाम से जाना जाता है, का खुलासा हुआ है। नौशाबा शहजाद मसूद, जो लाहौर की निवासी हैं, भारतीय सोशल मीडिया प्रभावशाली लोगों को पाकिस्तान घूमने का प्रलोभन देती थीं। उनका उद्देश्य भारत में 500 जासूसों का नेटवर्क स्थापित करना था। जानें इस जासूसी योजना के पीछे की सच्चाई और मैडम एन की भूमिका के बारे में।
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पाकिस्तान के जासूसी नेटवर्क का खुलासा: मैडम एन की भूमिका

पाकिस्तान में जासूसी का नया मामला

ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी ने यह उजागर किया है कि पाकिस्तान ने यूट्यूबर्स के माध्यम से भारत में जासूसी का एक जाल बिछाया था। इस जासूसी नेटवर्क से जुड़ा एक और बड़ा खुलासा सामने आया है, जिसमें एक पाकिस्तानी एजेंट का कोडनेम 'मैडम एन' है। इस जासूस का असली नाम नौशाबा शहजाद मसूद है, जो लाहौर की डिफेंस हाउसिंग सोसाइटी के फेज 1 में रहती हैं। उनका उद्देश्य भारत में 500 जासूसों का एक विस्तृत नेटवर्क स्थापित करना था। इसके लिए, नौशाबा भारतीय सोशल मीडिया प्रभावशाली लोगों और यूट्यूबर्स से संपर्क करने का प्रयास करती थीं, उन्हें पाकिस्तान घूमने का प्रलोभन देकर।


मैडम एन का परिचय

नोशाबा शहजाद मसूद, जिन्हें मैडम एन के नाम से जाना जाता है, पाकिस्तान के लाहौर की निवासी हैं। उन पर पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के लिए एक महत्वपूर्ण ऑपरेटिव होने का आरोप है। 'जयाना ट्रैवल एंड टूरिज्म' नामक कंपनी चलाने वाली मैडम एन की शादी एक सेवानिवृत्त सिविल सेवा अधिकारी से हुई है। यह वही मैडम एन थीं, जिन्होंने जासूसी के आरोप में गिरफ्तार भारतीय सोशल मीडिया प्रभावशाली लोगों को पाकिस्तान यात्रा में मदद की।


मैडम एन की साजिश का खुलासा

आईएसआई की अगुवाई में मैडम एन द्वारा रची गई साजिश अब सामने आ चुकी है। वह कथित तौर पर जासूसी के बहाने एक स्लीपर सेल नेटवर्क बनाने का प्रयास कर रही थीं। उन पर आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया प्रभावशाली लोगों की पाकिस्तान यात्रा में मदद की, जिन्हें बाद में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के निर्देशों पर काम करते हुए, वह भारत में 500 व्यक्तियों का जासूसी नेटवर्क स्थापित करने में सक्रिय थीं।


पाकिस्तानी दूतावास में नोशाबा का प्रभाव

नोशाबा का दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास के वीजा अनुभाग पर भी गहरा प्रभाव था। उन्होंने वीजा अधिकारियों के साथ सीधे संपर्क बनाए रखा, जिससे उनके द्वारा संदर्भित व्यक्तियों के लिए वीजा प्राप्त करना आसान हो गया। यह ध्यान देने योग्य है कि तकनीकी रूप से पाकिस्तान जाने के इच्छुक भारतीय नागरिकों को पर्यटक वीजा जारी करने के लिए कोई औपचारिक व्यवस्था नहीं है। इसके बावजूद, पाकिस्तान उच्चायोग ने नोशाबा की सिफारिशों के आधार पर आगंतुक वीजा जारी किए।