पाकिस्तान के झूठे दावों पर भारतीय वायुसेना की सच्चाई

पाकिस्तान का झूठा आरोप
Khawaja Asif: पाकिस्तान एक बार फिर भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बारे में गलत जानकारी फैला रहा है। भारतीय वायुसेना ने इस ऑपरेशन में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया और ठोस सबूतों के साथ यह दर्शाया कि पाकिस्तान को गंभीर नुकसान हुआ है। फिर भी, पाकिस्तान इस सच्चाई को स्वीकार करने से इनकार कर रहा है। हाल ही में भारतीय वायुसेना प्रमुख के बयान ने पाकिस्तान को परेशान कर दिया, जिसके बाद उसने फिर से झूठे आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं।
भारतीय वायुसेना की सफलता
भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह ने बताया कि इस ऑपरेशन में पांच पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों और एक बड़े विमान को नष्ट किया गया, जिसमें एक एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम भी शामिल हो सकता है। सैटेलाइट तस्वीरों ने भी भारत के दावों को समर्थन दिया है।
पाकिस्तान का खंडन
पाकिस्तान ने हमेशा की तरह इन दावों को नकार दिया है। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारतीय सेना उनके किसी भी विमान को निशाना नहीं बना पाई। उन्होंने सोशल मीडिया पर यह भी कहा कि भारत ने तीन महीने तक कोई दावा नहीं किया। इसके अलावा, पाकिस्तान ने तुरंत अंतरराष्ट्रीय मीडिया को तकनीकी जानकारी दी थी। लेकिन सवाल यह है कि अगर पाकिस्तान के दावे सही हैं, तो सैटेलाइट तस्वीरें और भारतीय वायुसेना के सबूत उनकी सच्चाई को क्यों उजागर कर रहे हैं?
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
ख्वाजा आसिफ ने भारतीय वायुसेना प्रमुख के बयान को 'अविश्वसनीय' करार दिया और कहा कि यह गलत समय पर दिया गया। उन्होंने यह भी दावा किया कि नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना को भारी नुकसान हुआ। हालांकि, उनके दावों में कोई ठोस सबूत नहीं हैं। इसके विपरीत, भारतीय वायुसेना ने स्पष्ट रूप से बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के कई ड्रोन और मिसाइलें भारतीय क्षेत्र में गिरीं।
पाकिस्तान की चुनौती
ख्वाजा आसिफ ने दोनों देशों के विमानों के भंडार का स्वतंत्र सत्यापन कराने का सुझाव दिया। लेकिन, यह सुझाव केवल एक दिखावा लगता है, क्योंकि पाकिस्तान ने पहले भी सच्चाई को छिपाने की कोशिश की है। भारत ने हमेशा पारदर्शिता दिखाई है, जबकि पाकिस्तान बार-बार झूठ बोलकर अपनी हार को छिपाने का प्रयास करता रहा है।