पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर का अमेरिका दौरा: क्या है इसके पीछे की कहानी?
पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर इस सप्ताह अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं, जहां वह अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ के समारोह में भाग लेंगे। यह यात्रा भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के बीच हो रही है। जानें इस दौरे के पीछे की वजह, अमेरिका की रणनीति और भारत की प्रतिक्रिया। क्या यह यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों को प्रभावित करेगी? पढ़ें पूरी कहानी।
Jun 12, 2025, 10:51 IST
| 
असीम मुनीर का अमेरिका दौरा
पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर इस सप्ताह अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले हैं। वह 14 जून को वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ के समारोह में भाग लेंगे। इस अवसर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का 79वां जन्मदिन भी मनाया जाएगा, जिसमें परेड का आयोजन किया जाएगा। मुनीर की उपस्थिति भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के एक महीने बाद हो रही है।
अमेरिका का निमंत्रण
सूत्रों के अनुसार, मुनीर ने अमेरिकी सेना द्वारा आयोजित सैन्य परेड में भाग लेने की पुष्टि की है। यह यात्रा भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच हो रही है। मुनीर के अमेरिका दौरे के दौरान, वह अमेरिकी विदेश विभाग और पेंटागन के उच्च अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे। हालांकि, पाकिस्तान और अमेरिका ने इस उच्च स्तरीय सैन्य बैठक की पुष्टि नहीं की है। यह यात्रा तब हो रही है जब अमेरिकी सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला ने पाकिस्तान को आतंकवाद विरोधी सहयोग में एक महत्वपूर्ण भागीदार बताया है।
भारत की प्रतिक्रिया
मुनीर के अमेरिका दौरे ने भारत में तीखी प्रतिक्रियाएँ उत्पन्न की हैं। कांग्रेस के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने इसे भारत के लिए एक और कूटनीतिक झटका बताया है। उन्होंने कहा कि यह वही व्यक्ति है जिसने पहलगाम आतंकी हमलों से पहले भड़काऊ बयान दिए थे। भारत ने पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग करने के लिए कई कूटनीतिक प्रयास किए हैं।
पाकिस्तानी प्रवासियों का विरोध
मुनीर के वाशिंगटन पहुंचने पर पाकिस्तानी प्रवासियों ने विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने इस यात्रा के दौरान अमेरिकी राजधानी में प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। पार्टी के विदेश मामलों के सचिव सज्जाद बुर्की ने ट्वीट किया है कि पाकिस्तानी-अमेरिकियों से 14 जून को वाशिंगटन में पाकिस्तान दूतावास के बाहर प्रदर्शन में शामिल होने का आग्रह किया गया है।
अमेरिका की रणनीति
असीम मुनीर की अमेरिका यात्रा का मुख्य उद्देश्य इस्लामाबाद और वाशिंगटन के बीच संबंधों को मजबूत करना है। रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिका पाकिस्तान को आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रेरित कर सकता है। इस्लामाबाद भी अमेरिका से तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के खिलाफ सहायता मांग सकता है।
अमेरिका का दृष्टिकोण
एक अमेरिकी जनरल ने कहा है कि वाशिंगटन को भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ संबंध बनाए रखने चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कोई बाइनरी स्विच नहीं हो सकता, जिसमें अमेरिका केवल एक देश के साथ संबंध रखे। जनरल कुरिल्ला ने कहा कि हमें दोनों देशों के साथ सकारात्मक संबंधों को समझने की आवश्यकता है।