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पाकिस्तान के सेना प्रमुख की अमेरिका यात्रा पर भारी विरोध

पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल सैयद असीम मुनीर की अमेरिका यात्रा के दौरान वाशिंगटन में भारी विरोध हुआ। प्रदर्शनकारियों ने लोकतंत्र की बहाली की मांग की और मुनीर के खिलाफ नारेबाजी की। इमरान खान के समर्थकों ने इस विरोध का आयोजन किया, जो मौजूदा सरकार के खिलाफ लंबे समय से आवाज उठा रहे हैं। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और अमेरिका में उनके संबंधों को मजबूत करने के प्रयासों के बारे में।
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पाकिस्तान के सेना प्रमुख की अमेरिका यात्रा पर भारी विरोध

वाशिंगटन में जनरल मुनीर का विरोध

पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल सैयद असीम मुनीर, जो अमेरिका में आधिकारिक यात्रा पर हैं, को मंगलवार को वाशिंगटन में तीव्र विरोध का सामना करना पड़ा। वहां पाकिस्तानी नागरिकों और पाकिस्तानी मूल के लोगों ने मुनीर के होटल के पास प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान में लोकतंत्र की बहाली की मांग की। सोशल मीडिया पर साझा किए गए कई वीडियो में प्रदर्शनकारियों को मुनीर के खिलाफ नारे लगाते हुए देखा गया, जैसे 'तुम कायर हो', 'शर्म आनी चाहिए', 'सामूहिक हत्यारा' और 'तानाशाह'। यह घटना तब हुई जब मुनीर वाशिंगटन में अपने होटल पहुंचे। प्रदर्शनकारियों को अधिकारियों के साथ बहस करते हुए भी देखा गया, जब उन्होंने मुनीर को परिसर में प्रवेश करने से रोकने की कोशिश की।


इमरान खान के समर्थकों का बड़ा प्रदर्शन

इमरान खान के समर्थकों ने इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया था। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थकों ने लंबे समय से मौजूदा सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है। मुनीर की अमेरिका यात्रा की आधिकारिक घोषणा से पहले, पीटीआई ने वाशिंगटन में पाकिस्तानी दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। एक वीडियो में मुनीर के काफिले को वाशिंगटन के फोर सीजन्स होटल में पहुंचते हुए दिखाया गया है, जहां प्रदर्शनकारियों ने कहा, 'हम असीम मुनीर का स्वागत करने के लिए यहां आए हैं। यह उसे बताने का समय है कि उसने पाकिस्तान के साथ क्या किया है।'


अमेरिका में सैन्य संबंधों को मजबूत करने की कोशिश

डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, जनरल मुनीर रविवार को अमेरिका के साथ सैन्य और रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर वाशिंगटन पहुंचे। रिपोर्टों में कहा गया है कि उनकी यात्रा मुख्य रूप से द्विपक्षीय संबंधों पर केंद्रित है, और यह अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ के समारोह से आधिकारिक रूप से जुड़ी नहीं है, भले ही इसका समय संयोगवश मेल खाता हो। पहले ऐसी खबरें थीं कि पाकिस्तान के फील्ड मार्शल को वाशिंगटन की सैन्य परेड में आमंत्रित किया गया था, लेकिन व्हाइट हाउस ने इस दावे को खारिज कर दिया।


सोशल मीडिया पर विरोध की तस्वीरें