पाकिस्तान-तालिबान संघर्ष: सीमा पर हुई भीषण झड़प में कई सैनिक हताहत

सीमा पर संघर्ष की शुरुआत
नई दिल्ली। आज सुबह पाकिस्तान और तालिबान के बीच सीमा पर एक गंभीर संघर्ष हुआ, जिसमें कई पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की सूचना है। तालिबान ने दावा किया है कि उनकी जवाबी कार्रवाई में बड़ी संख्या में पाक सैनिक हताहत हुए हैं। तालिबान के अनुसार, उन्होंने पाकिस्तान की महत्वपूर्ण चौकियों और ठिकानों पर कब्जा कर लिया है, साथ ही कई हथियार और टैंक भी जब्त किए हैं। इसके अलावा, तालिबान ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने इस हमले में एयरबोर्न हथियारों का उपयोग किया है।
अफगानिस्तान पर हमले का विवरण
अफगानिस्तान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से बिना किसी उकसावे के हमले में 12 अफगानी नागरिकों की जान गई और 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मुजाहिद ने कहा कि आज सुबह पाकिस्तानी सेना ने अफगानिस्तान पर तोपखाने और अन्य हथियारों से हमला किया, जिसका मुख्य लक्ष्य कंधार का स्पिन बोल्डक जिला था।
इस हमले के बाद अफगान सेना को जवाबी कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप कई पाकिस्तानी हमलावरों का सफाया हो गया और उनकी चौकियों पर कब्जा कर लिया गया। तालिबान ने कहा कि सुबह लगभग 4 बजे शुरू हुए इस संघर्ष में वे सुबह 8 बजे तक स्थिति पर नियंत्रण पाने में सफल रहे।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
टोलो न्यूज के अनुसार, स्पिन बोल्डक के सूत्रों ने पुष्टि की है कि डूरंड रेखा पर दोनों देशों के बीच बने फ्रेंडशिप गेट को अफगान फोर्सेज ने तोड़ दिया है। सूत्रों ने बताया कि इस झड़प में पाकिस्तानी सेना भी हताहत हुई है, लेकिन अभी तक सटीक संख्या स्पष्ट नहीं की गई है। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तानी पक्ष के अनुरोध पर अब लड़ाई बंद कर दी गई है।
अफगानिस्तान डिफेंस नामक एक हैंडल ने जानकारी दी है कि अफगानी सैनिकों ने कई पाकिस्तानी सैनिकों को पकड़ लिया है। पाकिस्तान ने इस हमले को अपने फितना-अल-ख्वारिज से जोड़ा है और दावा किया है कि तालिबान ने हमला किया। पाकिस्तानी आर्मी की प्रवक्ता यूनिट ISPR ने कहा है कि 14/15 अक्टूबर की रात को अफगान तालिबान ने पाकिस्तानी सीमा चौकियों पर हमला करने की कोशिश की थी।
पाकिस्तान की अपील
पाकिस्तान ने कतर और सऊदी अरब से मदद मांगी
इस बीच, पाकिस्तान ने कतर और सऊदी अरब से एक बार फिर अफगानिस्तान से लड़ाई को रोकने की अपील की है। अफगान अधिकारियों ने कहा कि लड़ाई शुरू होने के लगभग एक घंटे बाद पाकिस्तानी अधिकारियों ने इन देशों से संपर्क किया। पाकिस्तान ने कहा कि खुदा के लिए अफगानियों को रुकवाएं। अफगान अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि वे अपने पवित्र मूल्यों और राष्ट्रीय हितों की रक्षा में चुप नहीं रहेंगे।