पाकिस्तान ने TRF को आतंकवादी संगठन घोषित करने के अमेरिकी फैसले का किया स्वागत
पहलवान हमले के बाद TRF की जिम्मेदारी
कुछ समय पहले पहलगाम में हुए हमले के बाद, आतंकवादी समूह 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। अमेरिका ने इस संगठन को विदेशी आतंकवादी संगठनों (FTO) की सूची में शामिल कर दिया है, जिसके बाद पाकिस्तान की स्थिति चिंताजनक हो गई है।पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने हाल ही में वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात की, जहां उन्होंने TRF के बारे में चर्चा की। इशाक डार ने कहा कि TRF को आतंकवादी संगठन के रूप में मान्यता देना अमेरिका का अपना निर्णय है, और वे इसका स्वागत करते हैं।
उन्होंने आगे कहा, "अगर अमेरिका के पास TRF की आतंकवादी गतिविधियों के सबूत हैं, तो यह उनका अधिकार है।" इशाक डार ने यह भी स्पष्ट किया कि TRF को लश्कर-ए-तैयबा से जोड़ना गलत है, और पाकिस्तान ने कई साल पहले अपनी सेना को कमजोर किया था।
पाकिस्तानी संसद में इशाक डार ने कहा, "हमने संयुक्त राष्ट्र में पहलगाम हमले के विरोध में प्रदर्शन के दौरान TRF का नाम लेने पर आपत्ति जताई थी।"
भारत ने जनवरी 2023 में TRF को गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत आतंकवादी संगठन घोषित किया था। TRF का गठन 2019 में हुआ था और तब से इसने जम्मू-कश्मीर में कई बड़े हमलों की जिम्मेदारी ली है।