पाकिस्तान में आतंकवादियों के खिलाफ बड़ा सैन्य ऑपरेशन, 30 मारे गए

बाजौर जिले में सैन्य कार्रवाई
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बाजौर जिले में गुरुवार, 21 अगस्त को एक महत्वपूर्ण सैन्य ऑपरेशन के दौरान तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) से जुड़े लगभग 30 आतंकवादी मारे गए। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने एक मस्जिद को निशाना बनाया, जिसका उपयोग TTP आतंकवादी अपने ठिकाने के रूप में कर रहे थे। इस कार्रवाई में कई अन्य आतंकवादी भी घायल हुए हैं। यह ऑपरेशन उन आतंकवाद-रोधी अभियानों का हिस्सा है, जो आदिवासी क्षेत्रों में चल रहे हैं, जहां पिछले कुछ वर्षों से आतंकवादियों और सरकारी सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष जारी है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बाजौर जिला, जो अफगानिस्तान की सीमा के निकट स्थित है, लंबे समय से TTP से जुड़े समूहों का गढ़ बना हुआ है। सूत्रों ने बताया कि यह हमला आतंकवादियों के खिलाफ चल रही सैन्य कार्रवाइयों का हिस्सा है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि यह एक स्वतंत्र ऑपरेशन था या इस हफ्ते की शुरुआत में उसी क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हुए हमले से संबंधित था। बुधवार को बाजौर में एक शक्तिशाली विस्फोट में पाकिस्तानी सेना का काफिला निशाना बना, जिसमें प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार कई सैनिक हताहत हुए। विस्फोट के तुरंत बाद क्षेत्र में गोलीबारी की भी खबरें आईं।
⚡ Powerful Explosion targeting Pakistan Army convoy in Bajaur district of occupied Khyber Pakhtunkhwa province.
— OSINT Updates (@OsintUpdates) August 20, 2025
Pakistan Army faces several casualties. Firing reported after the explosion. More details are awaited. pic.twitter.com/oFappD6E6I
विस्फोट की तस्वीरें
OSINT Updates, एक सोशल मीडिया हैंडल जो खुले स्रोतों से खुफिया जानकारी एकत्र करता है, ने इस घटना की पहली जानकारी दी। वीडियो फुटेज में बाजौर के सबसे बड़े कॉमर्शियल केंद्र इनायट काले से धुएं के गुबार उठते हुए दिखाई दिए। OSINT में सोशल मीडिया पोस्ट, सैटेलाइट इमेजरी, समाचार रिपोर्ट और प्रत्यक्षदर्शी खातों जैसे सार्वजनिक स्रोतों से एकत्रित जानकारी शामिल होती है।
आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई
यह ऑपरेशन पाकिस्तान की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। बाजौर जैसे क्षेत्रों में TTP की उपस्थिति क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा बनी हुई है, और इस प्रकार की कार्रवाइयों से सरकार आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने की दिशा में प्रयासरत है।