पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर के बाद मची खलबली, डिप्टी पीएम ने किया बड़ा खुलासा

भारत के ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान में हड़कंप
नई दिल्ली: हाल ही में भारत द्वारा चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत की गई मिसाइल हमले ने पाकिस्तान की सरकार में हलचल मचा दी है। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने एक साक्षात्कार में बताया कि भारत ने जवाबी कार्रवाई से पहले ही हमला कर दिया, जिससे पाकिस्तान को सोचने और तैयारी करने का कोई अवसर नहीं मिला।
सऊदी प्रिंस का फोन कॉल: डार ने खुलासा किया कि 7 मई की रात भारत ने पाकिस्तान के नूर खान और शोरकोट एयरबेस को निशाना बनाया, जबकि पाकिस्तान जवाबी हमले की योजना बना रहा था। यह हमला जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या का प्रतिशोध था, जो 22 अप्रैल को आतंकियों द्वारा किया गया था। डार ने कहा कि भारत के हमले के 45 मिनट बाद उन्हें सऊदी प्रिंस फैसल का फोन आया, जिसमें उन्होंने पूछा कि क्या वह जयशंकर से बात कर सकते हैं।
इशाक डार ने बताया कि उन्होंने सऊदी प्रिंस को बताया कि पाकिस्तान इस बातचीत के लिए तैयार है। बाद में, प्रिंस ने उन्हें फिर से फोन किया और कहा कि उन्होंने जयशंकर को इस बारे में सूचित कर दिया है। यह दर्शाता है कि भारत-पाक तनाव को कम करने में सऊदी अरब की एक महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
डार के बयानों ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और अन्य पाकिस्तानी अधिकारियों के पहले के दावों को चुनौती दी है, जिन्होंने कहा था कि पाकिस्तान ने भारत को 'मुंहतोड़ जवाब' दिया था। हाल ही में, शहबाज शरीफ ने भी स्वीकार किया कि भारत ने ब्रह्मोस मिसाइलों से रावलपिंडी एयरबेस सहित कई स्थानों को निशाना बनाया था। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने 10 मई को सुबह 4:30 बजे जवाबी हमले की योजना बनाई थी, लेकिन उससे पहले ही भारत ने निर्णायक हमला कर दिया।
इन बयानों से स्पष्ट है कि भारतीय सेना ने न केवल पहले हमला किया, बल्कि पाकिस्तान की संभावित जवाबी कार्रवाई को भी निष्क्रिय कर दिया। इससे भारत की सैन्य तैयारियों, रणनीतिक सटीकता और निर्णायक नेतृत्व की झलक मिलती है। पाकिस्तान की सरकार ने अमेरिका, सऊदी अरब और कतर जैसे देशों से कूटनीतिक मदद मांगी, लेकिन भारतीय हमले की गति और सटीकता के सामने ये प्रयास भी बेअसर साबित हुए।