पाकिस्तान में सियासी हलचल: जनरल मुनीर का भारत पर नया आरोप

सिंधु जल संधि पर पाकिस्तान का गुस्सा
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में राजनीतिक और सामरिक हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है। पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने एक बार फिर भारत के खिलाफ आक्रामक बयान दिया है। इस बार उनका गुस्सा सिंधु जल संधि को लेकर फूटा है, जिसमें उन्होंने भारत पर पानी रोकने का आरोप लगाया और कहा कि इस मुद्दे पर पाकिस्तान किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगा।
पाकिस्तान के लोगों का जीवन और पानी
जनरल मुनीर ने स्पष्ट किया कि सिंधु नदी का पानी पाकिस्तान के 24 करोड़ नागरिकों के जीवन से जुड़ा हुआ है, इसलिए इस पर कोई समझौता नहीं हो सकता। हाल ही में भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि को प्रभावहीन बनाने का निर्णय लिया था, जिससे पाकिस्तान में बेचैनी बढ़ गई है।
झूठी दावों का सहारा
मुनीर ने भारत पर एक और बड़ा आरोप लगाया, जिसमें उन्होंने कहा कि तनाव के दौरान पाकिस्तान ने भारत के छह फाइटर जेट्स को मार गिराया था, जिनमें तीन राफेल विमान भी शामिल थे। इसके अलावा, उन्होंने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान ने दर्जनों भारतीय ड्रोन को भी निशाना बनाया। मुनीर ने यह भी कहा कि अमेरिका के हस्तक्षेप के बाद 10 मई को युद्ध विराम हुआ, जबकि भारत ने इन सभी दावों को सिरे से खारिज कर दिया है।
राजनाथ सिंह का जवाब
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि भारत अब केवल पाकिस्तान से पीओके की वापसी पर बात करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान खुद ही सिंधु जल संधि की शर्तों का उल्लंघन करता आया है।
पाकिस्तान में पानी की समस्या
भारत द्वारा पानी रोकने की संभावना ने पाकिस्तान में चिंता की लहर पैदा कर दी है। पाकिस्तान का एक बड़ा हिस्सा पहले से ही पानी की गंभीर समस्या से जूझ रहा है, और गर्मी के मौसम में स्थिति और भी खराब हो रही है। भारत के सिंधु समझौते को निरस्त करने के निर्णय से पाकिस्तान के कृषि और पेयजल संकट में और वृद्धि हो सकती है।
कश्मीर पर पुरानी बातें
आखिर में, मुनीर ने कश्मीर के मुद्दे को फिर से उठाया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर पर कभी समझौता नहीं करेगा और भारत को यह समझना चाहिए कि पाकिस्तान कश्मीर को न भूलेगा और न छोड़ेगा। भारत सरकार फिलहाल पाकिस्तान की धमकियों को गंभीरता से नहीं ले रही है, लेकिन सिंधु जल संधि पर उठे विवाद ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।