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पाकिस्तानी जासूस का केरल पर्यटन अभियान में शामिल होना: सुरक्षा पर सवाल

हाल ही में एक आरटीआई खुलासे ने चौंकाने वाली जानकारी दी है कि पाकिस्तानी जासूस ज्योति मल्होत्रा को केरल सरकार द्वारा आयोजित एक पर्यटन अभियान में आमंत्रित किया गया था। यह मामला न केवल सुरक्षा तंत्र के लिए चिंता का विषय है, बल्कि यह भी सवाल उठाता है कि एक संदिग्ध विदेशी जासूस को कैसे शामिल होने दिया गया। इस मामले की गहन जांच की जा रही है, जिससे और भी रहस्य खुलने की संभावना है।
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पाकिस्तानी जासूस का केरल पर्यटन अभियान में शामिल होना: सुरक्षा पर सवाल

खुलासा: पाकिस्तानी जासूस को केरल में आमंत्रित किया गया

एक चौंकाने वाला आरटीआई खुलासा सामने आया है, जिसने देश को हिला कर रख दिया है। जानकारी के अनुसार, पाकिस्तानी जासूस ज्योति मल्होत्रा, जिसे भारत में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, को केरल सरकार द्वारा आयोजित एक पर्यटन कार्यक्रम में विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। इस खुलासे ने सुरक्षा तंत्र और सरकारी प्रक्रियाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता एम.टी. रेजू द्वारा दायर याचिका के जवाब में प्राप्त हुई।


ज्योति मल्होत्रा को केरल पर्यटन विभाग के 'केरल ब्लॉग एक्सप्रेस' अभियान के तहत बुलाया गया था, जो विश्वभर के प्रभावशाली ब्लॉगर्स और पत्रकारों को केरल की सुंदरता का अनुभव कराने के लिए आयोजित किया जाता है। उसने खुद को एक पत्रकार के रूप में प्रस्तुत किया, जबकि वह वास्तव में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के लिए काम कर रही थी। उसे बाद में जासूसी और राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किया गया।


यह रहस्योद्घाटन इस बात की गंभीर चिंता पैदा करता है कि एक संदिग्ध विदेशी जासूस को एक भारतीय राज्य सरकार द्वारा आयोजित संवेदनशील कार्यक्रम में कैसे शामिल होने दिया गया। खुफिया एजेंसियां अब इस बात की जांच कर रही हैं कि उसे यह निमंत्रण कैसे मिला और क्या इस प्रक्रिया में कोई सुरक्षा चूक हुई थी। यह मामला न केवल केरल सरकार के लिए, बल्कि पूरे देश के सुरक्षा तंत्र के लिए एक बड़ी चेतावनी है कि हमें अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों और आमंत्रणों में कितनी सावधानी बरतने की आवश्यकता है, खासकर जब राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा कोई पहलू दांव पर हो।