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पानीपत में 24 साल से फरार हत्या आरोपी ने किया आत्मसमर्पण

पानीपत में एक हत्या के मामले में 24 साल से फरार आरोपी ओमप्रकाश ने हाल ही में न्यायालय में आत्मसमर्पण किया। उसने जयराम की हत्या करने की बात स्वीकार की है, जिसके पीछे उसकी पत्नी के साथ जयराम के गलत संबंधों का कारण बताया गया है। ओमप्रकाश ने 2001 में जयराम की हत्या की थी और तब से वह पुलिस की पकड़ से बचता रहा। जानें इस मामले की पूरी कहानी और आरोपी की गिरफ्तारी के बाद की स्थिति।
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पानीपत में 24 साल से फरार हत्या आरोपी ने किया आत्मसमर्पण

पानीपत में हत्या का मामला


पानीपत, हरियाणा: पानीपत के चांदनी बाग थाने में दर्ज हत्या के मामले में 24 साल से फरार एक आरोपी ने हाल ही में न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। आरोपी का नाम ओमप्रकाश है, जो बलिया, उत्तर प्रदेश का निवासी है। उसने कुछ दिन पहले अग्रिम जमानत याचिका भी दायर की थी, जिसे खारिज कर दिया गया था। चांदनी बाग थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर महिपाल ने बताया कि आरोपी को पूछताछ के लिए एक दिन के रिमांड पर लिया गया।


हत्या की स्वीकार्यता

आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने जयराम, जो भीकमपुरा, देवरिया का निवासी था, को रंजिश के चलते गला दबाकर हत्या की और शव को सैक्टर-25 में जी.टी. रोड के पास स्थित नाले में फेंक दिया। ओमप्रकाश ने बताया कि वह 2001 में अपनी पत्नी के साथ पानीपत आया था, जहां उसका दूर का रिश्तेदार मोती भी उनके साथ रहता था।


रंजिश और हत्या की कहानी

जयराम और ओमप्रकाश की पत्नी के बीच गलत संबंध बन गए थे। ओमप्रकाश ने जयराम को समझाने की कोशिश की, लेकिन जयराम नहीं माना। इस कारण ओमप्रकाश ने रंजिश रखी और अपनी पत्नी को गांव छोड़कर पानीपत लौट आया। 31 दिसंबर 2001 की शाम, उसने जयराम को शराब पार्टी के बहाने बुलाया और सैक्टर-25 में नाले के पास पहुंचकर उसे पीछे से पकड़कर जमीन पर गिरा दिया और उसकी हत्या कर दी।


हत्या के बाद की स्थिति

हत्या के बाद ओमप्रकाश ने शव को जी.टी. रोड के पास नाले में फेंक दिया और पानीपत से फरार हो गया। वह पुलिस की पकड़ से बचने के लिए विभिन्न शहरों में छिपता रहा। शनिवार को रिमांड की अवधि समाप्त होने पर ओमप्रकाश को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।