पानीपत में प्रेम विवाह के बाद तलाक की अनोखी घटना

पानीपत में प्रेम विवाह के बाद तलाक की मांग
पानीपत में प्रेम विवाह के बाद तलाक की अनोखी घटना: सात दिन बाद तलाक की मांग, पुलिस स्टेशन में खुलासा: हरियाणा के पानीपत से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां चार साल के प्रेम संबंध के बाद भागकर शादी करने वाली एक युवती ने केवल सात दिन बाद ही तलाक की मांग की।
समालखा की इस घटना ने सभी को हैरान कर दिया है, क्योंकि युवती ने थाने में जाकर स्पष्ट किया कि वह अब अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती। यह मामला न केवल प्रेम और विवाह की जटिलताओं को उजागर करता है, बल्कि सामाजिक दबाव और व्यक्तिगत निर्णयों के बीच की खाई को भी दर्शाता है। आइए, इस मामले की पूरी कहानी पर नजर डालते हैं।पानीपत में प्रेम विवाह के बाद तलाक
पानीपत के समालखा में एक ही कॉलोनी में रहने वाले युवक और युवती के बीच चार साल तक प्रेम संबंध रहे। 22 मार्च 2025 को, जब युवती के घर रिश्ते की बात चलने लगी, तो उसने युवक को रात डेढ़ बजे फोन कर घर से भागने के लिए कहा। युवक के अनुसार, युवती ने धमकी दी कि यदि वह नहीं भागा, तो वह रेलवे ट्रैक पर कूदकर आत्महत्या कर लेगी। इसके बाद दोनों रोहतक भाग गए और 23 मार्च को शादी कर ली।
शादी के बाद वे रेवाड़ी में किराए के मकान में रहने लगे, लेकिन सात दिन बाद ही युवती अपने माता-पिता के घर लौट आई और अब तलाक की मांग कर रही है।
यह मामला बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता के पास पहुंचा, जहां युवक ने अपनी समस्या बताई। उसने कहा कि वह अपनी शादी को बचाना चाहता है, लेकिन युवती परिवार के दबाव में तलाक मांग रही है।
रजनी गुप्ता ने युवती और उसके परिवार से बातचीत की, तो युवती ने आरोप लगाया कि युवक नशा करता है और उसके साथ मारपीट करता है, इसलिए वह अब उसके साथ नहीं रहना चाहती। दूसरी ओर, युवक का कहना है कि वह युवती की मर्जी से ही भागा था और अब वह इस शादी को तोड़ना नहीं चाहता। वह कोर्ट के माध्यम से अपनी शादी को बचाने की कोशिश करेगा।
समालखा थाने में भी यह मामला पहुंचा, जहां युवती ने स्पष्ट कहा कि उसने अपनी मर्जी से शादी की थी, लेकिन अब वह तलाक लेकर अपने परिवार के साथ रहना चाहती है।
युवक का दावा है कि युवती के परिजन इस शादी के खिलाफ थे, जिसके कारण वह दबाव में यह निर्णय ले रही है। यह घटना न केवल व्यक्तिगत संबंधों की जटिलता को दर्शाती है, बल्कि यह भी सवाल उठाती है कि प्रेम और पारिवारिक दबाव के बीच संतुलन कैसे बनाया जाए। यह मामला अब कोर्ट में जाएगा, जहां इसका फैसला होगा।